राजस्थान में प्याज की खरीद शुरू, सरकार का 5 हजार मैट्रिक टन का लक्ष्य

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जयपुर। सहकारिता मंत्री अजय सिंह किलक ने गुरूवार को बताया कि प्याज उत्पादक किसानों को आर्थिक संबल देने के लिए प्याज की खरीद प्रारम्भ कर दी गई है।

उन्होंने बताया कि 5 हजार मैट्रिक टन प्याज की खरीद मूल्य स्थिरीकरण कोष योजना के तहत नैफेड के लिए की जा रही है। राज्य में पहली बार एक साथ पांच कृषि उपज मूंग, उड़द, सोयाबीन, मूंगफली एवं प्याज की खरीद की जा रही है जो एक कीर्तिमान है।

किलक ने बताया कि राज्य में अलवर जिले में प्याज की खेती बहुतायत में की जाती है इसलिए अलवर स्थित क्रय-विक्रय सहकारी समिति द्वारा प्याज की खरीद की जा रही है।

अलवर जिले में लाल प्याज का उत्पादन होता है। उन्होंने बताया कि प्याज को खुले बाजार से खरीदा जा रहा है और अब तक एक हजार 127 कट्टे प्याज की खरीद की जा चुकी है।

समिति द्वारा 43 किसानों से 2875 रुपए से लेकर 3750 रुपए प्रति क्विंटल की दर से प्याज खरीदा है। सहकारिता मंत्री ने बताया कि राज्य में समानान्तर रूप से मूंग, उड़द, सोयाबीन एवं मूंगफली की समर्थन मूल्य पर खरीद की जा रही है।

उन्होंने बताया कि राज्य के एक लाख 48 हजार से अधिक किसानों से अब तक एक हजार 408 करोड़ रुपए से अधिक की खरीद की जा चुकी है तथा 90 हजार 335 किसानों को 843 करोड़ 38 लाख रुपए का भुगतान किया जा चुका है।

उन्होंने बताया कि औखी तूफान के कारण राज्य के मौसम में आए बदलाव एवं बरसात की आशंका को देखते हुए सभी खरीद केन्द्रों पर आवश्यक इंतजाम करने के निर्देश दिए गए हैं । ताकि किसान की उपज सुरक्षित रहे।

उन्होंने बताया कि हम लगातार प्रयास कर रहे हैं कि भारत सरकार द्वारा तय समय सीमा में अधिक से अधिक किसानों से तय लक्ष्यों के अनुसार उनकी उपज को तुलवाया जा सके।