गौवंश को प्रोत्साहन देने के लिए पंचगव्य आयुर्वेद चिकित्सा शिविर 18 से

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आ अब लौट चलें… विषययक राष्ट्रीय संगोष्ठी में देश के प्रमुख वैज्ञानिक व विद्वान और समाजसेवी तथा उन्नत किसान भाग लेंगे

कोटा। हाड़ौती गौ सेवा संस्थान के तत्वावधान में दो दिवसीय 18 व 19 नवम्बर को आ अब लौट चलें… विषयक राष्ट्रीय संगोष्ठी एवं पंचगव्य आयुर्वेदिक चिकित्सा शिविर टीलेश्वर महादेव मंदिर के सभागार में आयोजित किया जाएगा।

संस्थान के अध्यक्ष डॉ. राकेश अग्रवाल एवं कार्यक्रम संयोजक सीए जितेंद्र गोयल ने पत्रकारों को बताया कि भारतीय गौवंश को प्रोत्साहन देने एवं गौ आधारित जीवन पद्धति को पुर्नस्थापित करने के क्रम में यह आयोजन किया जा रहा है। कार्यक्रम में देश के प्रमुख वैज्ञानिक व विद्वान और समाजसेवी तथा उन्नत किसान भाग लेंगे।

18 नवम्बर को सुबह 9.30 बजे उद्घाटन सत्र में संगोष्टी की अध्यक्षता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षैत्रीय गौ सेवा प्रमुख नवरंग लाल शर्मा करेंगे तथा मुख्य अतिथि एसएसआई एसोसिएशन के संस्थापक अध्यक्ष गोविंदराम मित्तल होंगे। विशिष्ट अतिथि जिला आयुर्वेद अधिकारी वैद्य कृष्ण कुमार शर्मा तथा मुख्य वक्ता नागपुर के गौ विज्ञान केंद्र के प्रभारी सुनील मानसिंहका होंगे।

कोषाध्यक्ष रवि अग्रवाल ने बताया कि प्रथम सत्र में प्रकृति, गाय से दूरी के दुष्परिणाम एवं गौ विज्ञान में चमत्कारी अनुसंधान विषय पर मानसिंहका का संबोधन होगा। दोपहर को द्वितीय सत्र में गौवंश कृषि विश्व विद्यालय बीएचयू वाराणसी के प्रोफेसर गुरू प्रसाद सिंह मुख्य वक्ता होगे।

तृतीय सत्र में दोपहर 3.30 बजे से जैविक कृषि का आधार केवल गाय विषय पर झालावाड़ के सेवानिव्त डीन मधु सेदन आचार्य तथा जैविक कृषि आसान पर झालावाड़ के हुकंमचंद पाटीदार एवं गौ पालन में नवाचार विषय पर भीलवाड़ा के रवि अग्रवाल का व्याख्यान होगा।

चतुर्थ सत्र में सायं 5 बजे से आधुनिक जीवन में संभव है गौपालन पर प्रसिद्ध उद्योगपति किरून लाल चौधरी,डॉ. पियूष चतर, तरूण मोदी, शिक्षाविद् विनय गुप्ता ,गौ प्रबंध वैज्ञानिक डॉ. महेंद्र गर्ग का व्याख्यान होगा।

इसी प्रकार 19 नवम्बर को पंचम सत्र में प्रातः9.30 बजे से गौ विज्ञान है चिकित्सा का आधार तथा आधुनिक जीवन की जटिल व्याधियों पर पंचगव्य चिकित्सा के आश्चर्यजनक परिणाम विषय पर जामनगर के वैद्य हितेष जानी तथा गांधी नगर के वैद्य धर्मेंद्र पटेल का व्याख्यान होगा।

षष्टम सत्र में गौ विज्ञान है चिकित्सा का आधार पर पंचगव्य चिकित्सा एवं उसके बढ़ते प्रभाव पर जयपुर के वैद्य योगेश तथा भनुप्राताप, उज्जैन के वैद्य प्रज्ञान त्रिपाठी एवं सप्तम सत्र में हाड़ौती और पंचगव्य चिकित्सा पर कोटा के वैद्य रघुनंदन शर्मा, कैलाश शर्मा, तेजेश गोयल एवं अष्टम सत्र में गौ शाला प्रबंधन चुनौती विषय पर डॉ.महेंद्र गर्ग आदि विचार व्यक्त करेंगे।

डॉ. अग्रवाल ने बताया कि इसी दौरान दोनो दिन प्रातः 10 से 4 बजे तक विशाल पंचगव्य चिकित्सा शिविर में प्रतिष्ठित वैद्यों की सेवाऐं उपलब्ध रहेंगी।