इंट्रास्टेट एयर सर्विस को जयपुर के लिए नहीं मिल रहे यात्री

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सांसद बिरला और सीएम वसुंधरा राजे ने किया था वादा, दिल्ली के लिए फ्लाइट चलाने का, जो पूरा नहीं हुआ 

कोटा। इंट्रास्टेट एयर सर्विस के तहत कोटा से जयपुर के बीच विमान सेवा को 2 माह पूरे होने जा रहे हैं। इसी साल 18 अगस्त को कोटा से जयपुर फ्लाइट शुरू हुई थी। उद्घाटन के वक्त सीएम वसुंधरा राजे और सांसद ओम बिरला ने घोषणा की थी कि कोटा से दिल्ली के लिए फ्लाइट सितंबर में शुरू कर दी जाएगी। लेकिन सितंबर छोड़ अक्टूबर खत्म होने का आया, अभी तक दिल्ली फ्लाइट को लेकर किसी तरह की तैयारी नजर नहीं रही।

इसके उलट दूसरा पहलु यह है कि कोटा से जयपुर के बीच चल रही फ्लाइट को भी पर्याप्त यात्री भार नहीं मिल पा रहा। कोटा से जयपुर जाने वाली फ्लाइट में जरूर यात्री होते हैं, लेकिन जयपुर से कोटा फ्लाइट अक्सर खाली या इक्कादुक्का यात्री लेकर रही है। इसके चलते 8 सीटर विमान को उड़ा रही कंपनी खुद यह समझ नहीं पा रही कि कोटा में भविष्य के लिए प्लानिंग की जाए या नहीं?

कोटा वासी बोले-समय बदलो, सब ठीक हो जाएगा : असल में कोटा-जयपुर के बीच संचालित फ्लाइट की टाइमिंग को लेकर पहले दिन से सवाल उठते रहे हैं। अभी यह फ्लाइट 2 बजे जयपुर से रवाना होकर 2:45 बजे कोटा पहुंचती है और यहां से 3 बजे रवाना होकर 3:45 बजे जयपुर पहुंचती है।

कोटावासियों ने पहले दिन से इस समय का विरोध किया था, क्योंकि कोई भी व्यक्ति जयपुर जाकर उसी दिन अपना काम करके कोटा लौटना चाहता है। यदि कोटा से जयपुर की फ्लाइट का समय सुबह और वहां से कोटा की फ्लाइट का समय शाम का कर दिया जाए तो यात्रीभार की समस्या ही नहीं रहेगी। 

तब किए थे दिल्ली के दावे : विमान सेवा के उद्घाटन अवसर पर 18 अगस्त को एयरपोर्ट परिसर में मुख्यमंत्री ने मीडिया से बात करते हुए कहा था कि सितंबर में कोटा से दिल्ली केलिए फ्लाइट शुरू कर दी जाएगी। सांसद ओम बिरला ने दिल्ली के साथ-साथ इंदौर से कनेक्टिविटी की भी बात कही थी।

दोनों इस मसले पर दिल्ली में अलग-अलग समय पर केंद्रीय सिविल एविएशन राज्यमंत्री जयंत सिन्हा से भी मिले थे और उन्होंने भरोसा दिया था कि कोटा से दिल्ली की फ्लाइट के लिए वे मंत्रालय के स्तर से पूरी मदद करवाएंगे और दिल्ली एयरपोर्ट पर लैंडिंग की अनुमति दिलवाएंगे।

दिल्ली के लिए अब भी वही दिक्कत, जीएमआर से कोई रिस्पोंस नहीं
सारीसमस्या की जड़ यह है कि दिल्ली में एयरपोर्ट प्राइवेट फर्म जीएमआर के पास है। यह एक निजी क्षेत्र की कंपनी है। सरकारी दखल के बावजूद ये कंपनी राज्य सरकार की अनुबंधित फर्म सुप्रीम एविएशन को कोई रिस्पोंस नहीं दे रही है। सुप्रीम एविएशन के मुताबिक, हमारी तरफ से कोटा-दिल्ली फ्लाइट में कहीं कोई रुकावट नहीं है, बस दिल्ली एयरपोर्ट पर टाइम स्लॉट की दिक्कत है। हम लगातार संपर्क बनाए हुए हैं, सरकार के बड़े अधिकारी भी संपर्क में हैं।

टाइम स्लॉट मिलने की देर

हमारी तरफ से कहीं कोई रुकावट नहीं है। बस, दिल्ली से टाइम स्लॉट मिलने की देर है। इसके लिए सरकार के स्तर पर भी प्रयास किए जा रहे हैं। हम उम्मीद करते हैं कि जल्दी ही यह दिक्कत दूर हो जाएगी। शायद कुछ दिन में ट्रायल की डेट आपको बता पाऊं। कोटा-जयपुर फ्लाइट में पैसेंजर लोड कम है। खास तौर से जयपुर से कोटा जा रही फ्लाइट में ज्यादा समस्या चल रही है। -कैप्टन अमित के अग्रवाल, सीईओ, सुप्रीम एविएशन

कई बार तो जयपुर से कोटा आया खाली प्लेन
सुप्रीम एविएशन के मुताबिक, कोटा-जयपुर फ्लाइट दो माह से चल रही है, लेकिन इसका अनुभव ठीक नहीं रहा। शुरुआती दिनों में पर्याप्त यात्रीभार मिला, लेकिन अब धीरे-धीरे पैसेंजर घट रहे हैं।

जयपुर से कोटा आने वाली फ्लाइट तो अक्सर एक या दो पैसेंजर लेकर आती है। कई बार तो खाली भी आना पड़ा। वहीं, कोटा से जयपुर जा रही फ्लाइट में भी पूरा यात्रीभार नहीं है। सूत्रों ने बताया कि दो बार यह फ्लाइट निरस्त भी हुई है, उस वक्त कंपनी की तरफ से तकनीकी कारण बताए गए, लेकिन बताया यह जा रहा है कि दोनों बार पूरी फ्लाइट खाली आने की नौबत थी।