PNB, यूनियन बैंक और बैंक ऑफ इंडिया का अब होगा विलय

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नई दिल्ली। सरकारी बैंकों देना बैंक और विजया बैंक के बैंक ऑफ बड़ौदा में विलय के बाद बैंकिंग क्षेत्र में एक और बड़ा विलय जल्द ही देखने को मिल सकता है। पंजाब नैशनल बैंक, यूनियन बैंक और बैंक ऑफ इंडिया का आपस में विलय किया जा सकता है। केंद्रीय वित्त मंत्रालय के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी है।

वित्त मंत्रालय के एक अधिकारी ने चालू वित्त वर्ष की दूसरी या तीसरी तिमाही में कुछ और सरकारी बैंकों के विलय का संकेत देते हुए कहा, ‘हमें ज्यादा वक्त इंतजार नहीं करना पडे़गा।’ उन्होंने कहा, ‘अगर बैंक विकल्प प्रदान करने में सक्षम नहीं होते हैं तो अल्टरनेट मैकेनिज्म (एएम) ग्रुप सुझाव दे सकता है।’

उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार ने अल्टरनेट मैकेनिज्म के जरिये देश का तीसरा सबसे बड़ा बैंक बनाने के लिए बीते साल अक्तूबर में तीन सरकारी बैंकों-बैंक ऑफ बड़ौदा, विजया बैंक और देना बैंक के विलय का प्रस्ताव किया था। विजया बैंक और देना बैंक का एक अप्रैल, 2019 से बैंक ऑफ बड़ौदा में विलय कर दिया गया।

अधिकारी ने कहा, ‘एक बार फिर तीन बैंकों के विलय की जरूरत नहीं है। हम विभिन्न संयोजन पर विचार कर रहे हैं। इसे ऑर्गेनिक होना चाहिए, इसके अलावा हम चाहेंगे कि ये बड़े बैंक पहली दो तिमाहियों में अपने बही-खातों को और मजबूत करें।’

एक अन्य सरकारी अधिकारी ने हालांकि तर्क दिया कि सरकारी बैंकों के विलय का यह सही वक्त नहीं है। उन्होंने कहा, ‘बैंक ऑफ इंडिया अभी-अभी RBI के प्रॉम्प्ट करेक्टिव ऐक्शन फ्रेमवर्क से बाहर आया है। UBI और PNB भी सुधार के शुरुआती चरण में हैं।’

भारतीय रिजर्व बैंक ने फरवरी 2019 में बैंक ऑफ इंडिया, ओरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स तथा बैंक ऑफ महाराष्ट्र को पीसीए फ्रेमवर्क में डाल दिया था, जिसके कारण वित्तीय रूप से इन कमजोर बैंकों पर कर्ज देने से संबंधित प्रतिबंध लग गए थे।

सरकारी बैंक में कार्यरत एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि छोटे बैंकों ने अपनी शाखाओं को बंद कर मौके वाले क्षेत्रों में फोकस कर अपने ऑपरेशन को मजबूत करने की शुरुआत की है। उन्होंने कहा, ‘बैंकों से जुड़ी किसी भी समस्या के लिए विलय एकमात्र समाधान नहीं है। सरकार को बड़े बैंक बनाने के लिए केवल विलय पर फोकस नहीं करना चाहिए।’

पिछले सप्ताह पंजाब नैशनल बैंक के प्रबंध निदेशक तथा सीईओ सुनील मेहता ने कहा था कि उनका बैंक संकट से उबर चुका है और अन्य बैंकों के खुद में विलय के प्रस्ताव पर विचार कर सकता है। उन्होंने कहा, ‘हालांकि, यह प्रस्ताव पर निर्भर करता है।’