नई दिल्ली। लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने संसद के मानसून सत्र, 2021 से एक दिन पहले संसदीय ज्ञानपीठ में एक सर्वदलीय बैठक की अध्यक्षता की। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस अवसर पर लोकसभा में दलों के नेताओं से विचार विमर्श किया। बिरला ने नेताओं को बताया कि सत्र के दौरान सदस्यों, अधिकारियों और मीडिया की सुरक्षा के लिए कोविड प्रोटोकॉल के अनुसार व्यापक प्रबंध किए गए हैं।
नेताओं को यह आश्वासन देते हुए कहा कि उन्हें जनहित के मुद्दों पर चर्चा के लिए पर्याप्त अवसर दिए जाएंगे। बिरला ने उनसे सदन के सुचारू संचालन में सहयोग देने की अपील की। पिछले पांच सत्रों के दौरान नेताओं के समर्थन के लिए उनकी सराहना करते हुए बिरला ने उनसे मानसून सत्र के दौरान भी सहयोग जारी रखने की अपील की। राजनीतिक दलों के नेताओं ने अध्यक्ष को आश्वासन दिया कि वे सदन के सुचारू संचालन में पूरा सहयोग देंगे।
बिरला ने यह भी बताया कि एक ऐप विकसित किया जा रहा है जो सभी संसदीय मामलों के लिए वन स्टॉप सॉल्यूशन होगा। बाद में, मीडिया से बात करते हुए बिरला ने कहा कि उन्होंने लोक सभा में दलों के नेताओं से सदन की गरिमा का सम्मान करने और सदन की कार्यवाही के सुचारू संचालन में सहयोग करने का अनुरोध किया है।
बिरला ने यह भी कहा कि सभा देश की सामूहिक इच्छाओं और आकांक्षाओं का प्रतिनिधित्व करती है और सदस्यों की यह जिम्मेदारी है कि वे सभा की मर्यादा और नियमों के तहत उन लोगों की आवाज़ उठायें जिनका वे प्रतिनिधित्व करते हैं।
बिरला ने कहा कि सदन सभी सदस्यों का है और वह सभी सदस्यों को कार्यवाही में भाग लेने के अवसर देंगे और विशेषतः छोटे दलों और एक सदस्य वाले दलों के सदस्यों को पर्याप्त अवसर देंगे ताकि जनहित के अधिक से अधिक मुद्दों पर चर्चा की जा सके।
संसद का मानसून सत्र, 2021 जो सत्रहवीं लोकसभा का छठा सत्र है, 19 जुलाई, 2021 से शुरू होगा और सरकारी कामकाज की अत्यावश्यकताओं के अध्यधीन, सत्र के 13 अगस्त, 2021 को समाप्त होने की संभावना है।