कोटा में घर-घर पीएनजी सप्लाई के लिए बना प्लान

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कोटा शहर में पीएनजी की तैयारियों को लेकर प्रशासनिक बैठक।

कलेक्टर ने समीक्षा की, अधिकारियों ने कहा एक साथ कनेक्शन पर नहीं लगेगा शुल्क

कोटा। घर-घर गैस सप्लाई के साथ शहर को प्रदूषण मुक्त बनाने, यातायात वाहनों, औद्योगिक क्षेत्रों के लिए सीएनजी गैस वितरण का तंत्र विकसित करना कोटा के लिए ऐतिहासिक साबित होगा। यह बात कलेक्टर रोहित गुप्ता ने गुरुवार को समीक्षा बैठक में कही।

उन्होंने घर-घर गैस सप्लाई के लिए पाइप लाइन डालते समय गुणवत्ता के साथ यूआईटी एवं नगर निगम के समन्वय से क्षतिग्रस्त लाइनों की मरम्मत को समय पर पूरा करने के लिए प्लान तैयार करने, उपभोक्ताओं द्वारा पूर्व में जमा कराए गए रुपए वापस करवाकर नए सिरे से आवेदन लेने एवं जन जागरूकता के लिए कार्यक्रम चलाने के भी निर्देश दिए।

इस अवसर पर महापौर ने कहा कि पाइप लाइन के लिए सड़क खोदने से पहले निगम से अनुमति लेना जरूरी है। साथ ही क्षतिग्रस्त रोड की मरम्मत के लिए भी समयबद्ध कार्य कराएं, जिससे जनता को परेशानी हो। यूआईटी अध्यक्ष आरके मेहता ने आवासीय क्षेत्रों का चयन कर अभियान के रूप में लोगों को कनेक्शन जारी करने का सुझाव दिया।

राजस्थान राज्य गैस लि. के एमडी रवि अग्रवाल ने बताया कि शहर में क्रमबद्ध रूप से पीएनजी गैस सप्लाई के लिए नेटवर्क तैयार किया जा रहा है, जिसकी प्लानिंग कर ली गई है। उन्होंने बताया कि प्रतिवर्ष 3 हजार कनेक्शन का लक्ष्य रखा गया है।

यातायात के साधनों बस, ऑटो में भी गैस किट लगाकर सीएनजी में परिवर्तन करने का कार्य किया जाएगा, इसके लिए सीएनजी पम्प स्थापित किए जा चुके हैं।  उन्होंने बताया कि घर-घर में गैस पाइप लाइन से गैस सप्लाई में किसी तरह की दुर्घटना की संभावना नहीं है। वॉल सिस्टम के साथ-साथ सुरक्षा के मानकों का उपयोग किया जाएगा।

उन्होंने बताया कि जिन क्षेत्रों में पाइप लाइन डाली जाएगी उसमें एक साथ सभी परिवारों को कनेक्शन लेने पर किसी भी प्रकार का अतिरिक्त चार्ज नहीं लिया जाएगा। बाद में आवेदन किए जाने पर प्रति कनेक्शन अतिरिक्त चार्ज उपभोक्ता को देना होगा।

नगर निगम के एसई प्रेमशंकर शर्मा ने बताया कि पिछली बार सड़क मरम्मत कार्य में लापरवाही पर आमजनता को परेशानी का सामना करना पड़ा था, इस बार समन्वय से कार्य किया जाए जिससे किसी भी प्रकार की अव्यवस्था नहीं रहे।