मुंबई। सुशांत सिंह राजपूत की मौत के सिलसिले में NCB ने हाउस हैल्प नीरज और कुक केशव के बाद अब उनके बॉडीगार्ड से जवाब तलब किए हैं। इसके पहले बुधवार को सुशांत की मौत के मामले में ही हरीश खान नाम के ड्रग पैडलर को भी अरेस्ट किया गया है। गौरतलब है कि 29 मई को ही एनसीबी ने सुशांत के रूममेट सिद्धार्थ पिठानी को हैदराबाद से गिरफ्तार किया था।
बॉडीगार्ड नहीं बदल सकीं थीं रिया
रिपोर्ट्स के सुशांत के बॉडीगार्ड ने स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम को पहले भी अगस्त 2020 में यह बताया था कि सुशांत के घर होने वाली पार्टियों में फिजूलखर्ची होती थी, लेकिन सुशांत इन पार्टियों में शामिल नहीं होते थे, बल्कि रिया और उनकी फैमिली, दोस्त ही इन पार्टियों में आते थे। बॉडीगार्ड ही सुशांत के पुराने स्टाफ में से थे, जिसे रिया ने बदला नहीं था, बाकी पूरा स्टाफ सुशांत की लाइफ में आने के बाद रिया चक्रवर्ती ने ही बदला था।
ड्रग पैडलर हरीश भी पकड़ाया
मंगलवार को एनसीबी की टीम ने रीजनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े की लीडरशिप में अंधेरी, लोखंडवाला और बांद्रा में कई जगहों पर छापे मारे, जिसके बाद हरीश खान को गिरफ्तार किया गया। अधिकारी ने बतायस कि फिलहाल तो एनसीबी ने चिंकू पठान ड्रग्स मामले के सिलसिले में खान को अरेस्ट किया है लेकिन सुशांत की मौत से जुड़े ड्रग एंगल में भी उसकी भूमिका की जांच की जाएगी।
चकमा दे रहा था पिठानी
सुशांत सिंह राजपूत की मौत के 11 महीने बाद उनके रूम पार्टनर रहे सिद्धार्थ पिठानी को नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने 29 मई को हैदराबाद से गिरफ्तार किया है। करीब 9 महीने से चकमा दे रहे पिठानी तक जांच एजेंसी उसके नए सोशल मीडिया अकाउंट के जरिए पहुंची। बताया जा रहा है कि सुशांत की मौत के तुरंत बाद उसने अपना पुराना अकाउंट डिलीट कर दिया था। 14 जून 2020 को जब सुशांत अपने बेडरूम में फंदे से लटके मिले थे, तब उस घर में मौजूद लोगों में पिठानी भी शामिल था।NCB को अगस्त 2020 से पिठानी की तलाश थी। पिठानी NCB की जांच को नजरअंदाज कर रहा था।
12 हजार पन्नों की चार्ज शीट 200 गवाहों के बयान
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने पिछले साल 14 जून को हुई बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मौत से जुड़े अपने ड्रग्स एंगल केस में 5 मार्च को मुंबई की एक विशेष अदालत के समक्ष आरोप पत्र दायर किया था। 12,000 पन्नों की चार्जशीट में एक्ट्रेस और सुशांत की कथित गर्लफ्रैंड रिया चक्रवर्ती और उनके भाई शोविक सहित 33 आरोपियों को नामजद किया गया है। इन डॉक्यूमेंट्स में 200 से अधिक गवाहों के बयान हैं।