नई दिल्ली। इंडियन ऑयल सीड्स एंड प्रोड्यूस एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल द्वारा वित्त वर्ष 2021 की रबी फसल तिल और मूंगफली के लिए वर्चुअल तिलहन फसल अनुमान सम्मेलन का आयोजन किया गया । जानकार सूत्रों का कहना है कि अनुमान जारी करने के लिए आयोजित सम्मेलन में दुनिया भर के प्रतिभागियों ने भाग लिया था।
इंडियन ऑयल सीड्स एंड प्रोड्यूस एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल के चेयरमैन खुशवंत जैन का कहना है कि महामारी के कारण देश के किसानों से भौतिक जानकारी लेना और उसका सत्यापन करना बिल्कुल भी संभव नहीं था। यह पूरा अभ्यास किसानों और किसानों से जुड़े व्यापारियों से टेलीफोन पर प्राप्त जानकारी पर आधारित था।
मूंगफली का सर्वेक्षण महाराष्ट्र और गुजरात में किया गया था। वहीं दूसरी तरफ अन्य राज्यों के की गणना पिछले वर्षों की औसत जानकारी से की गई थी। देश में गुजरात गर्मी के मौसम में तिल और मूंगफली दोनों का प्रमुख उत्पादक राज्य है। खुशवंत जैन का कहना है कि इस वर्ष गर्मी के मौसम के दौरान गुजरात में मूंगफली की फसल 95,562 (इन शेल) होने का अनुमान है। बताया जा रहा है कि इस वर्ष देश में मूंगफली के उत्पादन के लिए सर्वेक्षण तकरीबन आठ प्रमुख मूंगफली उत्पादक जिलों में किया गया था।
दूसरी ओर इस वर्ष महाराष्ट्र में मूंगफली की फसल (इन शेल) 95331 टन होने का अनुमान है। अनुमान के मुताबिक भारत के प्रमुख उत्पादक राज्यों मे कुल मूंगफली रबी फसल 20,70,408 टन हो सकती है जबकि गत वर्ष यह 16,85 249 टन थी।
गुजरात में गर्मियों के दौरान तिल की फसल 1,01,847 टन होने का अनुमान है जिसका सर्वेक्षण देश के 7 राज्यों के प्रमुख तेल उत्पादक जिलों में किया गया था। बताया जा रहा है कि देश में आए चक्रवाती तूफान ने गिर सोमनाथ, अमरेली, बोटाड और भावनगर जिलों में तिल की उपज और गुणवत्ता को काफी प्रभावित किया है। वही भारत के प्रमुख उत्पादक राज्यों में रबी की कुल तिल की फसल पिछले वर्ष के 3,28,742 टन की तुलना में 3,97,692 टन होने का अनुमान है।