ताउते के कारण कोटा समेत राजस्थान के कई जिलों में आज भारी वर्षा के आसार

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जयपुर। चक्रवाती तूफान ताउते अब गुजरात से राजस्थान कूच कर रहा है। बुधवार सुबह तक यह राजस्थान में छा जाएगा। हालांकि मंगलवार को इसकी तीव्रता कम हो गई। इसके असर से राजस्थान में दबाव क्षेत्र बना है। इस वजह से राज्य के कोटा समेत सात जिलों में भारी बारिश के आसार हैं। मौसम विभाग के अनुसार ताउते के कारण 19 व 20 मई को उत्तर भारत में व्यापक रूप से वर्षा की संभावना है।

हिमाचल, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पश्चिम यूपी, उत्तराखंड में अलग-अलग स्थानों पर कहीं छुटपुट तो कहीं अत्यधिक भारी वर्षा और पंजाब, पूर्वी यूपी और उत्तरी राजस्थान में कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा हो सकती है।  राजस्थान में दबाव क्षेत्र बनने के कारण मंबुधवार सुबह के बीच बांसवाड़ा, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, डूंगरपुर, प्रतापगढ़, राजसमंद, उदयपुर व आसपास के क्षेत्रों में भारी बारिश का अनुमान जताया है। जयपुर, अजमेर, कोटा और भरतपुर संभागों में भी तेज बारिश का अनुमान है।

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने बताया कि ताउते चक्रवात के और कमजोर पड़ने के साथ अगले दो दिन में दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत के विभिन्न हिस्सों में मध्यम स्तर की बारिश होने का अनुमान है। विभाग के स्थानीय केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा कि ताउते के उत्तर भारत की ओर बढ़ने पर दक्षिणी राजस्थान में बारिश हुई है।

श्रीवास्तव ने कहा कि बुधवार को यह राजस्थान और हरियाणा के हिस्से में पहुंचेगा। इसके कारण पूर्वी और पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान और दिल्ली-एनसीआर में मध्यम स्तर की बारिश होगी। दिल्ली के कुछ इलाकों में भारी बारिश होने का अनुमान है।

विभाग ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के लिये बुधवार को ‘ऑरेंज’ चेतावनी जारी की है। साथ ही उसने बारिश तथा 50-60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने का अनुमान जताया है। उत्तर भारत में पश्चिमी विक्षोभ का भी प्रभाव है और दोनों मौसमी गतिविधियों के चलते बारिश होने का अनुमान है। ताउते चक्रवात के सोमवार रात गुजरात के तट पर दस्तक देने के बाद राज्य में भारी बारिश हुई है। इससे पहले यह चक्रवात पूरे पश्चिमी तट को प्रभावित कर चुका था।

गृहमंत्री शाह की गहलोत से चर्चा
तूफान के राजस्थान की ओर बढ़ने की खबरों के बीच केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सीएम अशोक गहलोत से फोन पर बात की। उन्होंने केंद्र से हर तरह की मदद का भरोसा दिया है।  बता दें, अरब सागर में उठा तूकाते सोमवार रात गुजरात के सौराष्ट्र तट से टकराया था। इसने दीव व उना के बीच बेहत तीव्र चक्रवात के रूप में दस्तक दी। इसके बाद यह तीव्र चक्रवात के रूप में गुजरात तट के पार हुआ। इसके बाद यह धीरे-धीरे कमजोर पड़ता गया। बता दें, इसके असर से सोमवार को मुंबई में भारी बारिश हुई थी। वर्ष 2021 का यह सबसे तीव्र चक्रवात था, जिसने मुंंबई को तरबतर कर दिया।