नई दिल्ली। ड्राइ फ्रूट्स (Dry Fruits) के अच्छे दिन चले गए। गर्मी का सीजन आते ही ड्राइ फ्रूट्स की सेल में थोड़ी कमी आई है। दिल्ली में सूखे मेवों की होलसेल मंडी खारी बावली में जहां अक्टूबर से फरवरी तक हर महीने ड्राई फ्रूट्स की सेल में 10-15 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हो रही थी, वो अब घट रही है। सेल घटने से इसके दाम भी घटे हैं।
पिछले साल खूब बिके
ड्राइ फ्रूट्स के होल सेल कारोबारी राकेश गुप्ता का कहना है कि पिछले साल तो कोरोना (Coronavirus) के डर की वजह से लोगों ने सूखे मेवों को खूब खरीदा। इम्यूनिटी बूस्टर (Immunity Booster) के तौर पर लोगों ने कई तरह के पकवान और मिठाइयां बनाकर ड्राइ फ्रूट्स का सेवन किया। अब फरवरी, मार्च और अप्रैल में तापमान बढ़ रहा है, तो सूखे मेवों की खपत घटी है।
तासीर होती है गर्म
ड्राइ फ्रूट्स की तासीर गर्म होती है। इसलिए, गर्मी में इसका इस्तेमाल करने से लोग परहेज करते हैं। हर साल जुलाई-अगस्त से जनवरी तक सूखे मेवों का सीजन माना जाता है। इसी दौरान बड़े त्योहार, शादी-ब्याह और सर्दी का मौसम होता है। लोग शरीर गर्म रखने के लिए ड्राइ फ्रूट्स खाते हैं।
इंटरनेशनल मार्केट में नहीं घटे हैं दाम
राकेश गुप्ता का कहना है कि अभी इंटरनेशनल मार्केट में ड्राइ फ्रूट्स के रेट अधिक हैं। लेकिन, भारत में ड्राइ फ्रूट्स का पुराना स्टॉक होने की वजह से इसके रेट पर खास असर नहीं पड़ा है। अमेरिका में तो बादाम के दामों में 10 से 15 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है। आने वाले महीनों में भी इसके दाम स्टेबल ही रहेंगे क्योंकि डिमांड कम रहेगी। देश में जब से जीएसटी लागू हुआ है, तमाम राज्यों के बड़े शहरों में छोटी मंडियां बन गई हैं। वहां के व्यापारी खुद ही माल खरीद लेते हैं। हालांकि, दिल्ली अभी भी ड्राइफ्रूट्स का बड़ा होल सेल सेंटर है।
शादी-फंक्शन्स पर प्रतिबंध का भी बिक्री पर असर
ड्राइफ्रूट्स सेलर राजू भाटिया का कहना है कि देश और दिल्ली में कोरोना के केस बढ़ रहे हैं। जिसका सीधा असर ड्राइ फ्रूट्स की सेल पर पड़ रहा है। अब नवरात्र, रमजान, ईद और शादियों की तैयारियों में जुटे थे, कि कोविड का खौफ फिर से बढ़ा है। कई राज्य सरकारों ने शादियों और सार्वजनिक फंक्शन्स में प्रतिबंध या सख्ती लगाई है। इससे सूखे मेवों की मांग घटी है।
गर्मी में वैसे ही सेल डाउन हो जाती है। अब तो बस थोड़ा-थोड़ा माल ही लोग खरीद रहे हैं। पिछले साल तो लॉकडाउन (Lockdown) लग गया था। हर आदमी घर में बैठकर इम्यूनिटी पर जोर दे रहा था। जिसे 1-2 किलो सूखे मेवों की जरूरत थी, उसने भी 3-5 किलो तक ड्राइ फ्रूट्स खरीद लिए। अब लोगों ने काम पर जाना शुरू कर दिया है। बहुत से परिवारों का स्टॉक अब तक चल रहा है। इन्हीं सब वजहों से बिजनेस स्टेबल ही दिखाई दे रहा है।
दिल्ली में भाव: दिल्ली में ड्राई फ्रूट्स की होल सेल मंडी खारी बावली में क्वालिटी के हिसाब से ड्राइफ्रूट्स के होल सेल रेट अलग अलग हैं। हम यहां औसम क्वालिटी वाले सूखे मेवे के होल सेल दाम (रुपये प्रति किलो) दे रहे हैं। खुदरा बाजार में इसमें अंतर हो सकता है।
बादाम गिरी — 530 से 550
काजू — 650 से 700
अखरोट — 400 से 450
पिस्ता — 700 से 900
किशमिश — 200 से 250