कोटा। देशभर में कोचिंग हब के रूप में विख्यात कोटा शहर में इंजीनियरिंग एवं मेडिकल की प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले विद्यार्थियों का एक ऑनलाइन रजिस्टर तैयार किया जाएगा।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस प्रोजेक्ट के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। स्टूडेंट रजिस्टर बनाने का काम राजकॉम्प इन्फो सर्विसेज लिमिटेड (आरआईएसएल) द्वारा किया जाएगा। प्रोजेक्ट की अनुमानित लागत करीब 68 लाख रूपए है।
गहलोत के इस निर्णय के बाद कोटा शहर में कोचिंग कर रहे लगभग दो लाख विद्यार्थियों का डेटाबेस तैयार किया जाएगा, ताकि राज्य सरकार के पास प्रदेश में रह रहे इन प्रवासियों की सही संख्या तथा व्यक्तिगत विवरण का रिकॉर्ड उपलब्ध हो। विद्यार्थियों का विवरण उपलब्ध होने पर कोविड-19 के संक्रमण जैसी परिस्थितियों में इन प्रवासियों के लिए आवश्यक व्यवस्थाओं का प्रबंधन करना आसान हो सकेगा। इसी तरह के स्टूडेंट रजिस्टर प्रदेश के कोचिंग संस्थानों वाले अन्य शहरों के लिए भी तैयार किए जाएंगे।
कोटा कोचिंग का तीन हजार करोड़ का टर्नओवर
उल्लेखनीय है कि कोटा शहर में लगभग 50 छोटे और 10 बड़े कोचिंग संस्थान हैं, जहां लगभग दो लाख विद्यार्थी इंजीनियरिंग, मेडिकल आदि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करते हैं। यहां लगभग 25 हजार पेइंग गेस्ट सुविधाएं, 3 हजार हॉस्टल तथा 1800 मेस संचालित हैं। कोटा में इस व्यवसाय का वार्षिक कारोबार तीन हजार करोड़ से अधिक का है।