कोटा। देश की सबसे बड़ी इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई-मेन 2021 के दूसरे सेशन की बीई-बीटेक के लिए परीक्षा मंगलवार से प्रारंभ हुई। परीक्षा कम्प्यूटर बेस्ड मोड पर दो पारियों में हुई। एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट के निदेशक बृजेश माहेश्वरी सर ने बताया कि स्टूडेंट्स के फीडबैक एवं सीसेट पर प्राप्त रिस्पाॅन्सेज के आधार पर पहले दिन मैथ्स कठिन व लेन्दी रही। फिजिक्स आसान रही जबकि कैमिस्ट्री में रीजनिंग के सवालों में स्टूडेंट्स को परेशानी हुई।
पेपर में कुछ सवाल एलन की शीट से सीधे पूछे गए थे। सबसे मुख्य बात यह रही कि जेईई मेन मार्च के पेपर में न्यूमेरिकल बेस्ड प्रश्नों के आंसर राउण्ड ऑफ़ कर लिखने के स्पष्ट दिशा-निर्देश दिए गए थे। यदि किसी प्रश्न में आंसर को राउण्ड ऑफ़ करने के लिए अलग से नहीं कहा जाए तब भी आंसर राउण्ड ऑफ़ कर के ही लिखना है। यह दिशा-निर्देश फरवरी के पेपर में नहीं थे। इसके अलावा यह भी स्पष्ट किया गया है कि किसी प्रश्न की भाषा को लेकर यदि कोई कंट्रोवर्सी होती है तो अंग्रेजी भाषा के प्रश्न को आधार मानकर मार्किंग की जाएगी।
कैमिस्ट्री: कैमिस्ट्री का पेपर आसान था। पेपर पूर्णतया एनसीईआरटी सिलेबस आधारित था। सुबह की पारी में ऑर्गेनिक व इनऑर्गेनिक का कवरेज ऑब्जेक्टिव में ज्यादा था। जबकि फिजीकल कैमिस्ट्री इंटीजर सेक्शन में ज्यादा थी। कुछ डाटाबेस सवाल व एसोसिएशन एंड रीजनिंग के सवालों में स्टूडेंट्स परेशान हुए। कैमिस्ट्री असरशन एंड रीजनिंग पर आधारित 4-5 सवाल पूछे गए थे। ऑर्गेनिक कैमिस्ट्री में कैमिस्ट्री इन एवरीडे लाइफ से दो सवाल पूछे गए थे। जिनमें एक विटामिन पर आधारित था जबकि दूसरा एंटी हिस्टाामिन ड्रग पर आधारित था। इसके अलावा आर्गेनिक कैमिस्ट्री में एरोमेटिक का वेटेज ज्यादा रहा। फिजीकल कैमिस्ट्री के अधिकांश प्रश्न इंटीजर सेक्शन में दिखे। इसमें लगभग सभी टाॅपिक्स कवर किए गए थे। इनऑर्गेनिक कैमिस्ट्री में केमिकल बाॅन्डिंग में वेस्पर थ्योरी, कोऑर्डिनेशन कैमिस्ट्री में आइसोमेरिज्म, मेटलर्जी, एफ ब्लाॅक व एनवायरमेंटल कैमिस्ट्री का कवरेज रहा। पाॅलीमर टाॅपिक से दोनों पारियों में एक-एक प्रश्न पूछा गया। इनआॅर्गेनिक कैमिस्ट्री में शाम की पारी में ब्लाॅक कैमिस्ट्री का वेटेज ज्यादा रहा। वन्ड्रावल फोर्स के प्रश्न भी पूछे गए।
फिजिक्स:स्टूडेंट्स के अनुसार सुबह की पारी में फिजिक्स का पेपर आसान रहा। सभी टाॅपिक्स से संतुलित प्रश्न पूछे गए थे लेकिन ज्योमेट्रिकल ऑप्टिक्स का कवरेज नहीं था। एक सवाल कम्यूनिकेशन से भी पूछा गया जबकि एक अन्य मैग्नेटिक्स एंड मेटर में न्यूट्रल पाॅइंट का भी रहा। ज्योमेट्रिकल ऑप्टिक्स का एक भी प्रश्न सुबह की पारी में नहीं पूछा गया। शाम की पारी में कैलकुलेशन ज्यादा थी। रेडियोएक्टिविटी के प्रश्न पूछे गए। ज्योमेट्री ऑप्टिक्स का एक आसान प्रश्न शाम की पारी में आए।
मैथ्स: सुबह की पारी में मैथ्स का पेपर कठिन था और कैलकुलेशन की वजह से स्टूडेंट्स को लेन्दी लगा। ऐसे में विद्यार्थियों का ज्यादा समय फिजिक्स व कैमिस्ट्री की अपेक्षा मैथ्स के पेपर में ही खर्च हुआ। सबसे ज्यादा प्रश्न इंटीग्रेशन एवं थ्री डी ज्योमेट्री से पूछे गए थे। इसके अलावा अन्य टाॅपिक्स से संतुलित प्रश्न थे। एनसीईआरटी 12वीं कक्षा के सिलेबस का वेटेज ज्यादा रहा। इसी प्रकार शाम की पारी में भी मैथ्स का पेपर ज्यादा कैलकुलेटिव होने से कठिन रहा। दोनों पारियों में वेक्टर थ्री डी, प्रोबेबिलिटी, इंटीग्रेशन एवं मेट्रिक्स एंड डिटरमिनेन्ट्स टाॅपिक्स पर आधारित प्रश्न ज्यादा थे।