भारत में पहली बार जून 2021 से डिजिटल होगी जनगणना, जानिए कैसे

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नई दिल्ली। स्वास्थ्यकर्मियों, फ्रंटलाइन वर्कर्स और अधिक आयु वर्ग के प्राथमिकता वाले समूहों को कोरोना की वैक्सीन लगाने के बाद इस साल जून से जनगणना और एनपीआर को अपडेट करने की प्रक्रिया शुरू हो सकती है। जून तक पांच राज्यों में चुनाव का काम भी पूरा हो जाएगा। 130 साल में पहली बार कोरोना महामारी के कारण जनगणना की प्रक्रिया को रोकना पड़ा था। अब इसे फरवरी 2022 तक पूरा करने की तैयारी है।

उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार, रजिस्ट्रार जनरल आफ इंडिया जनगणना और एनपीआर को अपडेट करने की तैयारी पिछले साल ही पूरी कर चुका है। जनगणना के दौरान डाटा जुटाने वाले कर्मियों की ट्रेनिंग भी हो चुकी है। पहली बार डिजिटल होने वाली जनगणना की पूरी तैयारी होने के बावजूद कोरोना के कारण 25 मार्च को लागू लाकडाउन के कारण इसे स्थगित करना पड़ा था।

जनगणना की प्रक्रिया दो फेज में होगी पूरी
सामान्य तौर पर जनगणना की प्रक्रिया दो फेज में पूरी की जाती है। एक अप्रैल से 30 सितंबर तक पहले फेज में देश में सभी घरों और उनमें रहने वाले मवेशियों की गणना की जाती है। 2011 में पहली बार इस दौरान आम लोगों की सामाजिक व आर्थिक स्थिति का पता लगाने के लिए एनपीआर के डाटा भी पहले फेज में जुटाए गए थे। 2021 में भी एनपीआर के इन डाटा को कई अन्य बिंदुओं पर अपडेट करने की तैयारी थी।