नई दिल्ली। किसान आंदोलन के दौरान पिछले दिनों हैशटैग मोदी प्लानिंग फार्मर जेनोसाइड के साथ ट्विटर पर कुछ कंटेंट पोस्ट किया गया था। इस पर सरकार ने ट्विटर को कुछ अकाउंट्स को सस्पेंड करने के आदेश दिए थे। ट्विटर ने उन अकाउंट्स को सस्पेंड तो किया, लेकिन वे फिर से एक्टिव हो गए। सरकार ने इस पर ट्विटर को चेतावनी दी है कि वह निर्देश मानने के लिए बाध्य है। अगर वह नियमों-आदेशों का उल्लंघन करता है तो खुद के खिलाफ कानूनी कार्रवाई को न्यौता दे रहा है।
ट्विटर पर 1 फरवरी को मोदी प्लानिंग फार्मर जेनोसाइड हैशटैग के साथ पब्लिश किए गए कंटेंट को सरकार ने भड़काऊ और नफरत फैलाने वाला बताया था। सरकार ने कहा था कि यह एक प्लान्ड कैंपेन है, जो समाज में तनाव फैलाने के लिए चलाया जा रहा है। सरकार ने ऐसे सभी ट्वीट हटाने और ऐसी प्रोफाइल ब्लॉक करने को कहा था। ट्विटर ने किसान आंदोलन से जुड़े 250 अकाउंट सस्पेंड किए थे, लेकिन यह पाबंदी कुछ ही घंटे तक जारी रह सकी। प्रोफाइल अनब्लॉक हुए तो विवादित हैशटैग एक बार फिर दिखाई देने लगे।
क्या है मामला
30 जनवरी से ही कई यूजर्स ट्विटर पर किसान जनसंहार हैशटैग से जुड़े ट्वीट कर रहे थे। इनमें कहा गया था कि मोदी सरकार किसानों के खिलाफ एक बड़ी साजिश रच रही है और किसानों के जनसंहार की योजना बना रही है। इस मुहिम ने अगले 2 दिन में जोर पकड़ा और फिर सरकार ने इस पर नकेल कसने की कवायद शुरू की। इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MEITY) ने इस पर एक्शन लिया था।