कोटा। काेटा यूनिवर्सिटी का 7वां दीक्षांत समाराेह राज्यपाल कलराज मिश्र की अध्यक्षता में शनिवार दोपहर 12 बजे वर्चुअल माेड पर एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी सभागार में आयाेजित किया गया। समाराेह में 61हजार 978 स्टूडेंट्स काे डिग्रियां, 37 छात्राओं और 16 छात्राें काे गाेल्ड मेडल दिए गए। मुख्य अतिथि तेजपुर आसाम यूनिवर्सिटी के वीसी प्राे. वीके जैन ऑनलाइन उपस्थित हुए।
समाराेह में वर्ष 2018 की परीक्षाओं में विभिन्न संकायों और सब्जेक्ट में मेरिट में स्थान प्राप्त करने वाले और वर्ष 2018 के पीएचडी धारकों को अतिथियाें ने उपाधियां प्रदान की। साथ ही वीसी मेडल पिछले 6 सालाें में वाणिज्य संकाय में अधिकतम अंक प्राप्त करने वाले पीजी स्टूडेंट्स चंचल जाेशी और दिव्या सेतिया, वीसी मेडल पिछले 6 वर्ष में शिक्षा संकाय में अधिकतम अंक अर्जित करने वाली यूजी स्टूडेंट्स कामिनी गुप्ता को दिया। मेरिट में प्रथम यूजी और पीजी स्टूडेंट्स काे गाेल्ड मेडल और मेरिट सर्टिफिकेट दिए।
समाराेह में राज्यपाल मिश्र ने संंविधान की प्रस्तावना और मूल कर्तव्यों का वाचन किया गया। कहा कि सुभाषचंद्र बोस के व्यक्तित्व ने मुझे सदा ही प्रभावित किया है। प्यार से लोग उन्हें नेताजी कहते थे। नेता यानी जिसकी कथनी और करनी में कोई भेद नहीं हो। सुभाषचंद्र बोस ऐसे ही थे। ।
मिश्र ने कहा कि मैंने यह भी अनुभव किया कि लड़कों से लड़कियां हर क्षेत्र में आगे रहती हैं। मेरा आग्रह है कि छात्राओं को शिक्षा के साथ हर क्षेत्र में अग्रणी करने के लिए हम सभी मिलकर प्रयास करें। मुझे विश्वास है कि कोटा यूनिवर्सिटी नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप हाड़ौती क्षेत्र में रोजगारोन्मुखी नवीन पाठ्यक्रमों को शुरू करने के साथ ही विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए कार्य करेगा।
यूनिवर्सिटी की वीसी प्राे. नीलिमा सिंह ने कहा कि राज्य सरकार के स्तर पर प्रस्तावित आनन्दम् पाठ्यक्रम को भी इसी सत्र से विश्वविद्यालय ओर से इसके संबद्ध काॅलेजाें में एक अनिवार्य विषय के रूप में शुरु किया है। नई शिक्षा नीति के तहत हर विश्वविद्यालय को आगे बढ़ाना है। इस दिशा में विश्वविद्यालय इस वर्ष से कई वाेकेशनल काेर्सेज खोलने की प्लानिंग भी भी कर रहा है, ताकि ज्यादा से ज्यादा छात्रों को इसका लाभ मिल सकें। इंटरनेशनल स्टूडेंट्स की एंट्री करना भी प्रस्तावित है।
वर्चुअल समाराेह में मुख्य अतिथि रहे प्राे. जैन ने कहा कि कोटा विवि के शिक्षकाें का अकादमिक-स्तर बहुत ही अच्छा है। वे अपने-अपने क्षेत्र में बहुत ही अच्छा कार्य कर रहे हैं। जल्द यह विवि देश के अग्रणी विवि की श्रेणी में खड़ा हाेगा। हमारा राष्ट्र विभिन्न क्षेत्रों में तेजी से आगे बढ़ रहा है। विश्व की निगाहें हमारे राष्ट्र पर हैं। आज इंटरनेशनल स्तर पर हमारी पहचान है। लेकिन, देश के समक्ष आज भी कई चुनौतियां हैं। इस परिपेक्ष्य में समाज और राष्ट्र को आपसे असीम आशाएं हैं।