देशभर में कोरोना वैक्सीनेशन 14 जनवरी से शुरू होगा, जानें क्या है सरकार का प्लान

0
645

नई दिल्ली। सरकार ने वैक्सीनेशन पर खुशखबरी देते हुए बताया है कि 10 दिनों में वैक्सीन लगनी शुरू हो सकती है। कोरोना के हालात पर प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि आपात मंजूरी मिलने के 10 दिन के भीतर वैक्सीन रोल आउट हो सकती है। मंत्रालय ने कहा कि रोजाना आने वाले कोविड-19 पॉज़िटिव मामलों की दर 3 फीसदी से कम बनी हुई है।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने साफ किया कि पूरी तैयारी के साथ ही वैक्सीनेशन शुरू किया जाएगा। टीकाकरण प्रक्रिया की डिजिटल निगरानी की जाएगी। आने वाले 10-15 दिनों में टीकाकरण के लिए सरकार पूरी तरह से तैयार है। फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीनेशन के लिए रजिस्ट्रेशन की जरूरत नहीं है। एक टीकाकरण टीम में 5 लोग रहेंगे। वैक्सीन स्टोर करने के लिए देश में 41 हजार कोल्ड स्टोरेज हैं।

कोविशील्ड और कोवैक्सीन के लिए कितना तापमान?
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि वैक्सीन की जगहों पर तापमान मापने के यंत्र होगा। हमने ड्राई रन के लिए 125 जिलों में 286 सेशंस साइट्स तैयार की हैं। इसके साथ ही डिजिटल माध्यम से ही वैक्सीन के पहले और दूसरे डोज देने के लिए तारीख दिया जाएगा। डिजिटल हेल्थ मिशन के तहत यूनिक हेल्थ आईडी भी बनाया जा सकेगा। वहीं, कैडिला की वैक्सीन DNA आधारित है। परीक्षण के दौरान देखा गया कि अच्छी एंटीबॉडी बनी है। कोविशील्ड और कोवैक्सीन को रखने के लिए 2-8 डिग्री तापमान की जरूरत है।

5 राज्यों में ड्राई रन में मिली सफलता
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि देश के 5 राज्यों में ड्राई रन सफल रहा है। कोरोना से और लोगों के संक्रमित होने की आशंका अभी बनी हुई है। हमारे प्रधानमंत्री ने जैसे कहा है दवाई भी कड़ाई भी। हमें सावधानी बरतने में ढील नहीं करनी है। वहीं भारत में अब तक कोरोना के नए वेरिएंट के 71 मामले सामने आए हैं। यूके के नए स्ट्रेन का वैक्सीन के असर पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। नीति आयोग ने बताया कि विश्व भर में कहीं भी वैक्सीन के आम उपयोग की अनुमति नहीं मिली है।

हेल्थ और फ्रंटलाइन वर्कर्स को नहीं कराना होगा रजिस्ट्रेशन
स्वास्थ्य मंत्रालय ने ये साफ किया कि Co-WIN सिस्टम भारत में बना है, लेकिन दुनिया के देशों की जरूरतों के हिसाब से इसे तैयार किया गया है। अन्य देश अगर इसे उपयोग करेंगे तो उनकी मदद की जाएगी। हेल्थ वर्कर्स और अन्य फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन के लिए Co-WIN पर रजिस्ट्रेशन की जरूरत नहीं होगी। अन्य आबादी को रजिस्ट्रेशन की जरूरत होगी।