कच्चा तेल 5 महीने के न्यूनतम स्तर पर, पर भारत में असर नहीं

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नई दिल्ली।यूरोप और अमेरिका में कोरोनो मामलों ने क्रूड के लिए आउटलुक (Crude Outlook) को कमजोर कर दिया है। अमेरिका और रूस में कोविड-19 (Covid-19) मामलों की संख्या बढ़ने के कारण तेल की कीमतों में गिरावट आई है। कई यूरोपीय देशों में वायरस के नए मामलों की वजह से फिर से लॉकडाउन घोषित हो गया है। इससे कच्चे तेल का भाव 5 महीने के न्यूनतम स्तर पर आ गया है।

हालांकि, घरेलू बाजार (Domestic Market) में देखें तो इसका पेट्रोल-डीजल के दाम (Petrol Diesel Price) में फिलहाल कोई कमी नहीं हुई है। सरकारी तेल कंपनियों (Government Oil companies) ने आज, लगातार 29 वें दिन, भी डीजल (Diesel Price) और पेट्रोल (Petrol Price) के दाम में कोई फेरबदल नहीं (No Change) किया। शनिवार को भी दिल्ली में पेट्रोल 81.06 रुपये पर और डीजल 70.46 रुपये प्रति लीटर पर टिका रहा।

पिछले सितंबर में 1.19 रुपये सस्ता हुआ था पेट्रोल
बीते अगस्त के दूसरे पखवाड़े की शुरूआत से ही पेट्रोल की कीमतों (Petrol Price) में जो आग लगनी शुरू हुई थी, वह बीते एक सितंबर तक जारी रही। यदि दिल्ली की बात करें तो यहां बीते 13 किस्तों में पेट्रोल प्रति लीटर 1.65 पैसे महंगा हुआ था। हालांकि, बीते 10 सितंबर के बाद से इसमें ठहर-ठहर कर कमी का रुख था और पिछले महीने इसमें 1.19 रुपये की कमी हो चुकी है।

पिछले एक महीने की अवधि को देखा जाए तो सरकारी तेल कंपनियों (Government oil companies) ने डीजल के दाम (Diesel Price) में काफी कटौती की थी। बीते 3 अगस्त से ठहर-ठहर कर इसके दाम में या तो कटौती हुई या फिर इसके दाम स्थिर रहे। ऐसा क्रम बीते दो अक्टूबर तक जारी रहा। उससे, महीने भर में डीजल 3.10 रुपये प्रति लीटर सस्ता हो चुका है।

कच्चे तेल में एक बार फिर से सुस्ती
यूरोप (Europe) और अमेरिका (US) में कोरोनो मामलों ने क्रूड के लिए आउटलुक को कमजोर कर दिया है। अमेरिका और रूस में कोविड-19 मामलों की संख्या बढ़ने के कारण तेल की कीमतों (Crude Oil Price) में गिरावट आई है। कई यूरोपीय देशों में वायरस के नए मामलों की वजह से एक बार फिर से लॉकडाउन की घोषणा हो गई है। इसका असर कच्चे तेल के दाम पर पड़ा और यह पांच महीने के न्यूनतम स्तर पर आ गया है। कल भी सिंगापुर में कारोबार बंद होते समय डब्ल्यूटीआई क्रूड (WTI Crude) का दाम 0.38 डॉलर कम होकर कर 35.79 रुपये प्रति बैरल पर सेटल हुआ। ब्रेंट क्रूड (Brent Crude) के दाम में भी 0.19 डॉलर प्रति बैरल की कमी दर्ज की गई। उस समय इसका भाव 37.46 डॉलर प्रति बैरल था।