कोटा में आज आम जन के बिना होगा रावण दहन, दशहरा मैदान से करेंगे लाइव प्रसारण

0
1242
file photo

कोटा। 127वें दशहरा मेले के अवसर पर कोरोना के चलते केवल केवल रावण दहन की परंपरा का केवल प्रतीकात्मक निर्वहन किया जाएगा। रावण दहन 25 अक्टूबर की शाम काे 6.45 बजे किया जाएगा। इस बार न काेई अतिथि काे बुलाया गया है न ही जनता काे एंट्री मिलेगी। केवल नगर निगम के चुनिंदा अधिकारी व कर्मचारी ही रहेंगे।आम जनता के लिए दहन का लाइव टेलीकास्ट किया जाएगा।

नगर निगम कोटा उत्तर के आयुक्त वासुदेव मालावत व कोटा दक्षिण आयुक्त कीर्ति राठौड़ ने दशहरा मैदान में मौके पर जाकर निर्माणाधीन पुतलों काे देखा। साथ ही उन्होंने रावण दहन स्थल का भी निरीक्षण किया। पुतलाें का काम लगभग पूरा हाे चुका है, उन्हें रविवार दाेपहर तक मैदान में खड़ा कर दिया जाएगा। उनके साथ एसफ प्रेमशंकर शर्मा व राकेश शर्मा तथा जेईएन भुवनेश नावरिया भी थे।

उन्हाेंने बताया कि कोविड-19 (Covid-19) की विषम परिस्थिति में इस वर्ष राज्य सरकार द्वारा तय कोरोना गाइड लाइन के अनुसार 25 अक्टूबर को दशहरा पर्व के दिन रावण दहन की परम्परा का प्रतीकात्मक रूप से निर्वहन किया जाएगा। जिसके तहत विधिवत पूजा-अर्चना के बाद रावण व उसके परिजन कुम्भकर्ण व मेघनाद के पुतलों का प्रतीकात्मक रूप से दहन किया जाएगा। इस मौके पर किसी भी अतिथि को आमंत्रित नहीं किया गया है। दशहरा मैदान में आमजन का प्रवेश भी बंद रहेगा।

आमजन की सुविधा के लिए रावण दहन का लोकल चैनल के जरिए सीधा प्रसारण किया जाएगा। रावण दहन स्थल पर परम्परा का निर्वहन करने के लिए व्यवस्थाओं से जुड़े निगम के चुनिन्दा अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहेंगे। रावण का पुतला 12 फिट, कुम्भकर्ण व मेघनाद के पुतले 10-10 फीट के बनाए जा रहे हैं। पुतलों का निर्माण फतेहपुर सीकरी के मोहम्मद नईम व उनके सहयोगियों द्वारा किया जा रहा है।