कोटा। कोटा जिले की सीमा के आखिरी क्षेत्र खातौली क्षेत्र के गोठड़ा गांव में बुधवार सुबह एक नाव चम्बल नदी में डूब गई। नाव पलटने से 14 लोगों की मौत हो गई है। इस नाव में 40 से अधिक लोग सवार थे। इनमें 10 लोगों के शव बाहर निकाल लिए गए है। ग्रामीणों की मोटरसाइकिलें भी इस नाव में रखी हुई थे। नाव में महिलाएं और बच्चे भी सवार थे।
बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर पहुंच गए और अपने स्तर पर बचाव व राहत कार्य में जुटे हुए है। पुलिस और प्रशासन भी मौके पर पहुंच गया है। हादसे की सूचना मिलने पर कोटा से भी बचाव और राहत दल रवाना हो गए हैं। जिला कलक्टर और एसपी ने हादसे की जानकारी ली और आला अधिकारी मौके के लिए रवाना हो गए हैं। इटावा और खातौली संवादददाता की रिपोर्ट के अनुसार नाव में 40 से अधिक लोग सवार थे, जो गोठड़ा गांव से चम्बल नदी पार कर रहे थे। अचानक नाव असन्तुलित हो गई और पानी भरने लग गया।
नाव को डूबता देखकर इसमें सवार लोग चम्बल नदी में कूद गए थे, इसके बाद नाव भी पानी में डूब गई है। जो लोग तैरना जानते थे, वह तैरकर नदी से बाहर आ गए हैं। जानकारी अनुसार गोठला कला के पास कमलेश्वर धाम जाते हुए हादसा हुआ। अभी तक कई लोगों को बचाया जा चुका है।
घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस और प्रशासन मौके पर पहुंच गया है। बताया जा रहा है कि कलेक्टर एसपी मौके पर पहुंचे गए हैं। रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है और गोताखोरों की मदद से शव निकाले जा रहे हैं
इस दुखान्तिका मैं 30वर्षीय मन्साराम,27वर्षीय उमा बाई,37वर्षीय हेमराज,52वर्षीय प्रेमबाई गुर्जर के शव बरामद,ये चारों मृतक रहने वाले हैं कोटा जिले के बरनाहाली गांव के,फिलहाल कुल 8 शव बरामद हो चुके हैं। चम्बल नदी में अभी भी शवों की तलाश का काम जारी है।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने दुःख जताया है। वहीं लोकसभा सचिवालय कोटा जिला कार्यालय से घटना की जानकारी ले रहा है। शहरी विकास मंत्री मंत्री शांति धारीवाल ने जिला कलेक्टर व एसपी को रेस्क्यू ऑपरेशन त्वरित रूप से चलाने का निर्देश दिया है।