जयपुर। कोरोनाकाल में जेईई और नीट (यूजी) की परीक्षा कराने को लेकर पूरे देश में हंगामा बरपा है। सीएम अशोक गहलोत समेत 7 राज्यों के मुख्यमंत्री ये परीक्षा कराने के खिलाफ हैं। तर्क ये है कि इससे बच्चों के लिए कोराेना का खतरा बढ़ जाएगा। मगर बड़ा सवाल ये है कि प्रदेश में सितंबर के दौरान करीब 9 लाख विद्यार्थी अलग-अलग परीक्षाएं देने जा रहे हैं…क्या उन्हें काेरोना का खतरा नहीं है? क्या सरकार इन परीक्षाओं को भी टालेगी? जेईई-नीट में देशभर के कुल 25 लाख बच्चे हैं। (जेईई मेन 1 से 6 सितंबर के बीच और नीट 13 सितंबर को होनी है।)
वहीं, प्रदेश में होने वाली तीन परीक्षाओं में ही 9 लाख से ज्यादा बच्चे बैठने वाले हैं। इस सूची में सबसे पहले है- प्री डीएलएड। 31 अगस्त को होने वाली इस परीक्षा में राजस्थान में ही 6.69 लाख विद्यार्थी शामिल होने वाले हैं। दूसरी है- आरपीएससी की सहायक वन संरक्षक भर्ती व वन रेंज आफिसर ग्रेड के 204 पदों पर 20 से 27 सितंबर तक होने वाली परीक्षाओं में 1.20 लाख अभ्यर्थी हिस्सा लेने वाले हैं।
वहीं, तीसरी है- राजस्थान बोर्ड की 10वीं-12वीं की पूरक परीक्षा, जो 3 सितंबर काे होने वाली है और इसमें 1.17 लाख बच्चे बैठेंगे। यही नहीं, जेईई और नीट पर राज्य सरकार के इस रुख के बाद यहां की दो बड़ी भर्तियां पटवारी और कांस्टेबल भर्ती को लेकर भी असमंजस पैदा हो गया है।
राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की ओर से आयोजित पटवारी भर्ती परीक्षा के लिए 13 लाख और पुलिस मुख्यालय की ओर से आयोजित होने वाली कांस्टेबल भर्ती परीक्षा के लिए 17 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। वहीं, सहायक वन संरक्षक व वन रेंज आफिसर ग्रेड प्रथम की परीक्षाएं स्थगित करने को लेकर अभ्यर्थी कई दिनों से मांग कर रहे हैं। अभ्यर्थियों का कहना है ना तो आवागमन के साधन है और ना ही होटल खुले हुए हैं। ऐसे में सात दिन तक चलने वाली इस परीक्षा को वे कैसे देंगे।
वो 3 परीक्षाएं…जो अगस्त से सितंबर के बीच होने जा रही हैं
प्री डीएलएड, अभ्यर्थी : 6.69 लाख परीक्षा की तिथि :
31 अगस्त प्री डीएलएड का आयोजन 31 अगस्त को होना है। इसके लिए प्रदेशभर में 6,69,613 विद्यार्थी पंजीकृत हैं। इनके लिए 3656 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। अकेले जयपुर जिले में 52647 विद्यार्थी परीक्षा देंगे। इनके लिए यहां 201 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं।
आरपीएससी, अभ्यर्थी : 1.20 लाख परीक्षा तिथि :
20-27 सितंबरआरपीएससी की 99 पदों की सहायक वन संरक्षक भर्ती और 105 पदों की वन रेंज आफिसर ग्रेड प्रथम की परीक्षाओं को लेकर अभ्यर्थियों का कहना है कि इनमें बड़ी संख्या में गावों से अभ्यर्थी आएंगे। लेकिन आवागमन के साधन नहीं होने से वे वंचित हो सकते हैं।
10वीं-12वीं पूरक, विद्यार्थी: 1.17 लाख, परीक्षा : 3-12 सितंबर
कोरोना को देखते हुए सोशल डिस्टेंसिंग के हिसाब से 235 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। बोर्ड की 10वीं की पूरक परीक्षा में 90,648 विद्यार्थी, 12वीं कला वर्ग में 21,681, विज्ञान वर्ग में 4,396 और वाणिज्य वर्ग में 1,143 विद्यार्थी पंजीकृत हैं।
वो 3 परीक्षाएं…जो फिलहाल टाल दी गईं
कांस्टेबल भर्ती, अभ्यर्थी : 17 लाख परीक्षा की तिथि :
नवंबर तकइसमें करीब 5500 पदों के लिए 17 लाख आवेदन आए हैं। परीक्षा मई में प्रस्तावित थी। कोरोना के कारण इसे पहले जुलाई और अब नवंबर तक खिसका दिया गया है। प्रदेशभर में 9 हजार परीक्षा केंद्र चिन्हित हैं। इन पर दो दिन में 4 चरणों में आयोजन प्रस्तावित है।
पटवारी भर्ती, अभ्यर्थी : 13 लाख परीक्षा तिथि : 28 फरवरी 21
इसमें 4421 पदों के लिए करीब 13 लाख आवेदन आए हैं। इसकी भर्ती परीक्षा 28 फरवरी 2021 को प्रस्तावित है। तब तक स्थितियां सामान्य न हुई तो परीक्षा पर संकट खड़ा हो सकता है। पर इससे पहले कांस्टेबल भर्ती परीक्षा हुई तो ये भी हो सकती है।
पीटीईटी, अभ्यर्थी: 5.57 लाख परीक्षा : तिथि अभी तय नहीं
बीएड पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए प्रदेश में पीटीईटी का आयोजन भी होना है। अभी इसकी नई परीक्षा तिथि का एलान नहीं हुआ है। इसका आयोजन पहले 16 अगस्त को होना था, लेकिन कोरोना के चलते स्थगित कर दिया गया था।
राज्य सरकार का दोहरा चरित्र
राज्य सरकार का दोहरा चरित्र सामने आ रहा है। कोरोना का अगर इतना ही डर है तो प्री डीएलएड को भी स्थगित करा देना चाहिए। सितंबर में होने वाली आरपीएससी की वन विभाग की भर्ती परीक्षा भी स्थगित होनी चाहिए। – वासुदेव देवनानी, पूर्व शिक्षामंत्री