सुशांत के ऑनस्‍क्रीन पिता बोले, फ्लैट क्‍यों नहीं क‍िया गया सील?

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मुंबई। टीवी ऐक्टर दीपक काज़िर ने सुशांत केस में संदीप सिंह की भूमिका को लेकर तीखे सवाल किए हैं। टीवी शो ‘पवित्र रिश्ता’ में दीपक काज़िर ने सुशांत के पिता का रोल निभाया था। रिपब्लिक टीवी के साथ बातचीत में दीपक काज़िर केजरीवाल ने सबसे बड़ा और पहला सवाल किया है कि सुशांत की मौत के बाद उनके फ्लैट को सील क्यों नहीं किया गया?

संदीप सिंह के बारे में पूछे जाने पर दीपक काज़िर ने कहा कि उन्होंने सुशांत के मुंह से कभी संदीप का ज़िक्र नहीं सुना था और न ही संदीप सिंह को कभी देखा था। उन्होंने संदीप को पहली बार तभी देखा जब वह न्यूज चैनलों पर आए। दीपक काज़िर बोले, ‘मैंने कभी संदीप सिंह को नहीं देखा था। मैंने उन्हें पहली बार तभी देखा जब वह न्यूज चैनल पर आए और दावा किया कि वह सुशांत को जानते थे। जबकि वह सुशांत से पिछले 10 महीनों से मिले भी नहीं थे। पता नहीं वह कहां से इस मामले के बीच में कूद पड़े या फिर खुद ही पैराशूट से उड़कर आ गए। मुझे नहीं मालूम कि संदीप ने जो किया उसका अधिकार उन्हें किसने दिया।’

‘संदीप ने सुशांत का आधार और ID कार्ड क्यों लिए?’
दीपक काज़िर ने सुशांत मामले में संदीप की भूमिका पर बड़ा सवाल दागते हुए कहा, ‘संदीप सिंह ने सुशांत के आधार कार्ड और अन्य आईडी कार्ड क्यों लिए? 14 जून को हर चीज का चार्ज अपने हाथ में लेने के लिए संदीप सिंह से किसने कहा था? हम महेश शेट्टी के घर पर मिलते थे, पार्टी करते थे या फिर हमारे दोस्त मानव विज के घर पर, लेकिन कभी भी मैंने संदीप का नाम सुशांत के मुंह से नहीं सुना। लेकिन जब सुशांत और अंकिता का ब्रेकअप हो गया तो मेरा भी उनके साथ संपर्क टूट गया।

सुशांत मामले में संदीप सिंह की अहम भूमिका बताई जा रही है। सुशांत के पिता के वकील ने भी संदीप सिंह पर संदेह जताया और कहा था कि ऐक्टर का परिवार भी संदीप को नहीं जानता। वहीं संदीप 14 जून को (जिस दिन सुशांत मृत मिले) सुशांत की बहन को संभालते दिखे। ऐक्टर की मौत के बाद उनके घर पटना भी गए। और तो और जिस हॉस्पिटल में सुशांत की डेड बॉडी को पोस्टमॉर्टम के लिए ले जाया गया, वहां भी संदीप सिंह मौजूद थे।

सुशांत से दीपक काज़िर की पहली मुलाकात
सुशांत के साथ अपनी पहली मुलाकात को याद करते हुए दीपक काज़िर केजरीवाल ने बताया कि वह तब मिले थे जब सुशांत ‘पवित्र रिश्ता’ के लिए ऑडिशन देने आए थे। वह अक्सर मुझे मेरे गंजेपन और स्मोकिंग के लिए चिढ़ाते थे और मज़ाक बनाते थे। सुशांत बहुत ही अच्छा, मेहनती और फोकस्ड लड़का था।