नई दिल्ली। मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज की सहायक कंपनी जियो प्लेटफॉर्म्स का नेट प्रॉफिट चालू कारोबारी साल की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में 182.8 फीसदी बढ़ा। कंपनी ने 2,520 करोड़ रुपए का नेट प्रॉफिट दर्ज किया। एक साल पहले की समान तिमाही में कंपनी ने 891 करोड़ रुपए का नेट प्रॉफिट दर्ज किया था।
जियो प्लेटफॉर्म्स का कुल ऑपरेटिंग रेवेन्यू 33.7 फीसदी बढ़ा। जून तिमाही में कंपनी का कुल ऑपरेटिंग रेवेन्यू 16,557 करोड़ रुपए रहा, जो एक साल पहले की समान तिमाही में 12,383 करोड़ रुपए था। कंपनी की सर्विसेज का वैल्यू भी 33.7 फीसदी बढ़कर 19,513 करोड़ रुपए रहा। एक साल पहले की समान तिमाही में यह 14,593 करोड़ रुपए था।
जियो ने 99 लाख नए ग्राहक जोड़े
कंपनी ने काह कि पिछली तिमाही में उसने 99 लाख नए ग्राहक जोड़े। 30 जून 2020 को उसके ग्राहकों की कुल संख्या 39.83 करोड़ थी। पिछली तिमाही में हर ग्राहक से कंपनी को हुई औसत कमाई (एआरपीयू) 140.3 रुपए रही।
जियो का फंड रेजिंग राउंड हुआ पूरा
कंपनी ने कहा कि जियो प्लेटफॉर्म्स में 7.73 फीसदी हिस्सेदारी के लिए गूगल के 33,737 करोड़ रुपए के निवेश के साथ ही जियो का फंड रेजिंग राउंड पूरा हो चुका है। इस फंड रेजिंग के दौरान जियो ने 13 निवेशकों से 1,52,056 करोड़ रुपए जुटाए। इसके तहत जियो में फेसबुक, गूगल, सिल्वर लेक, विस्टा इक्विटी पार्टनर्स, जनरल अटलांटिक, केकेआर, मुबादला, एडीआईए, टीपीजी, एल कैटर्टन, सऊदी अरब का सरकारी निवेश फंड, इंटेल कैपिटल और क्वालकॉम वेंचर्स ने निवेश किया।
जियो में रिलायंस इंडस्ट्रीज की 66.48% हिस्सेदारी
कंपनी ने कहा कि ताजा फंड रेजिंग के बाद जियो प्लेटफॉर्म्स में रिलायंस इंडस्ट्रीज की 66.48 फीसदी हिस्सेदारी बची हुई है। 13 निवेशकों से अब तक जियो को 1,15,694 करोड़ रुपए मिल चुकी है। इस निवेश में से 22,981 करोड़ रुपए जियो प्लेटफॉर्म्स के भावी विकास के लिए कंपनी के स्तर पर ही रखे जाएंगे।
रिलायंस इंडस्ट्रीज ग्रुप को 13,248 करोड़ रुपए का कंसॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट
रिलायंस इंडस्ट्रीज ग्रुप ने अप्रैल-जून तिमाही के लिए 13,248 करोड़ रुपए का कंसॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट दर्ज किया है। जनवरी-मार्च तिमाही में कंपनी ने 6,348 करोड़ रुपए का और पिछले साल की जून तिमाही में 10,104 करोड़ रुपए का नेट प्रॉफिट दर्ज किया था। आरआईएल ग्रुप का कुल कंसॉलिडेट रेवेन्यू 1,00,929 करोड़ रुपए रहा, जो मार्च तिमाही में 1,36,240 करोड़ रुपए और जून 2019 तिमाही में 1,56,976 करोड़ रुपए था।
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नई दिल्ली। मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज की सहायक कंपनी जियो प्लेटफॉर्म्स का नेट प्रॉफिट चालू कारोबारी साल की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में 182.8 फीसदी बढ़ा। कंपनी ने 2,520 करोड़ रुपए का नेट प्रॉफिट दर्ज किया। एक साल पहले की समान तिमाही में कंपनी ने 891 करोड़ रुपए का नेट प्रॉफिट दर्ज किया था।
जियो प्लेटफॉर्म्स का कुल ऑपरेटिंग रेवेन्यू 33.7 फीसदी बढ़ा। जून तिमाही में कंपनी का कुल ऑपरेटिंग रेवेन्यू 16,557 करोड़ रुपए रहा, जो एक साल पहले की समान तिमाही में 12,383 करोड़ रुपए था। कंपनी की सर्विसेज का वैल्यू भी 33.7 फीसदी बढ़कर 19,513 करोड़ रुपए रहा। एक साल पहले की समान तिमाही में यह 14,593 करोड़ रुपए था।
जियो ने 99 लाख नए ग्राहक जोड़े
कंपनी ने काह कि पिछली तिमाही में उसने 99 लाख नए ग्राहक जोड़े। 30 जून 2020 को उसके ग्राहकों की कुल संख्या 39.83 करोड़ थी। पिछली तिमाही में हर ग्राहक से कंपनी को हुई औसत कमाई (एआरपीयू) 140.3 रुपए रही।
जियो का फंड रेजिंग राउंड हुआ पूरा
कंपनी ने कहा कि जियो प्लेटफॉर्म्स में 7.73 फीसदी हिस्सेदारी के लिए गूगल के 33,737 करोड़ रुपए के निवेश के साथ ही जियो का फंड रेजिंग राउंड पूरा हो चुका है। इस फंड रेजिंग के दौरान जियो ने 13 निवेशकों से 1,52,056 करोड़ रुपए जुटाए। इसके तहत जियो में फेसबुक, गूगल, सिल्वर लेक, विस्टा इक्विटी पार्टनर्स, जनरल अटलांटिक, केकेआर, मुबादला, एडीआईए, टीपीजी, एल कैटर्टन, सऊदी अरब का सरकारी निवेश फंड, इंटेल कैपिटल और क्वालकॉम वेंचर्स ने निवेश किया।
जियो में रिलायंस इंडस्ट्रीज की 66.48% हिस्सेदारी
कंपनी ने कहा कि ताजा फंड रेजिंग के बाद जियो प्लेटफॉर्म्स में रिलायंस इंडस्ट्रीज की 66.48 फीसदी हिस्सेदारी बची हुई है। 13 निवेशकों से अब तक जियो को 1,15,694 करोड़ रुपए मिल चुकी है। इस निवेश में से 22,981 करोड़ रुपए जियो प्लेटफॉर्म्स के भावी विकास के लिए कंपनी के स्तर पर ही रखे जाएंगे।
रिलायंस इंडस्ट्रीज ग्रुप को 13,248 करोड़ रुपए का कंसॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट
रिलायंस इंडस्ट्रीज ग्रुप ने अप्रैल-जून तिमाही के लिए 13,248 करोड़ रुपए का कंसॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट दर्ज किया है। जनवरी-मार्च तिमाही में कंपनी ने 6,348 करोड़ रुपए का और पिछले साल की जून तिमाही में 10,104 करोड़ रुपए का नेट प्रॉफिट दर्ज किया था। आरआईएल ग्रुप का कुल कंसॉलिडेट रेवेन्यू 1,00,929 करोड़ रुपए रहा, जो मार्च तिमाही में 1,36,240 करोड़ रुपए और जून 2019 तिमाही में 1,56,976 करोड़ रुपए था।