कोटा। जीवण आशीष समिति कोटा की ओर से रविवार को खाद्य एवं पोषण की महत्त्वपूर्ण जानकारी देने वाले ख्यातनाम यू ट्यूब चेनल विज़ – कोर के संयुक्त तत्वावधान में हाईजेनिक हेल्थ टू विन ओवर कोविड 19 (Covid 19) पर तर्क संगत जानकारी युक्त अंतरराष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया गया।
वेबिनार के प्रारंभ में लक्ष्मणगढ़,सीकर के त्रिलोक सिंह टीटी कोलेज की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. खुश्बू गुप्ता ने कोविड 19 (Covid 19) पेनडेमिक अनलोक 2.0 के समय में जन सामान्य द्वारा की जाने वाली सामान्य लापरवाहियों के प्रति जागरूक किया। इस मौके पर खाद्य एवं पोषण विशेषज्ञ डाॅ. खुश्बू ने त्रिस्तरीय पर्सनल हाईजी़न, एन्वायरमेन्टल हाईजी़न एवं फूड हाईज़ीन से संबंधित जानकारी दी।
खाद्य पदार्थों को डिटर्जेंट से नहीं धोना चाहिए
उन्होंने कहा कि खाद्य पदार्थों को उपयोग से पूर्व साबुन अथवा किसी अन्य डिटर्जेंट से नहीं धोना चाहिए अन्यथा ये भोजन को रसायनिक रूप से दूषित कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि सुरक्षा के लिए हाथों के साथ पांव धोने पर भी ध्यान देना चाहिए। सेमिनार संयोजक सौरभ गुप्ता ने बताया कि जिस घर में छोटे घुटने चलने वाले बच्चे हैं वहां अभिभावकों को अपने जूते कमरे से बाहर ही रखने चाहिए।
फिजिकल डिस्टेंस एवं मास्क जरूरी
कोविड 19 (Covid 19) पेनडेमिक के बचाव एवं उपचार हेतु जानकारी देते हुए वरिष्ठ होम्योपैथिक चिकित्सक डॉ. लोकमणि गुप्ता ने रोग प्रतिरोधक क्षमता, फिजिकल डिस्टेंस एवं मास्क के समुचित उपयोग पर बल दिया। दो अलग-अलग व्यक्तियों के मध्य समुचित 3 से 6 फुट की दूरी रखते हुए मास्क का प्रयोग करने से कोविड 19 (covid 19) पेनडेमिक संक्रमण की संभावना को 90% से घटाकर 1.5% पर लाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि मास्क को गले में लटका कर घूमने से व्यक्ति चालान से तो बच सकते हैं, लेकिन कोरोना से नहीं। ऐसा करके व्यक्ति स्वयं ही मास्क को ओर अधिक संक्रमित कर लेते हैं।
इम्यूनिटी बूस्टर दवा वितरित
डॉ. गुप्ता ने कोविड 19 (Covid 19) पेनडेमिक के बचाव एवं उपचार हेतु प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, चिकित्सा मंत्री एवं आयुष मंत्रालय तथा मुख्यमंत्री राजस्थान सरकार द्वारा होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धति को दिये गये प्रोत्साहन को अभूतपूर्व योगदान बताया। उन्होंने बताया कि जीवण आशीष समिति कोटा के सहयोग से श्री गुरु द्वारा तेग बहादुर साहब होम्योपैथिक चेरिटेबल डिस्पेंसरी एवं गुप्ता होम्यो क्लिनिक कोटा द्वारा अब तक 9000 से अधिक लोगों को समय-समय पर होम्योपैथिक इम्यूनिटी बूस्टर दवा वितरित की जा चुकी है।
डॉ लोकमणि गुप्ता ने प्रस्ताव रखा कि सम्बन्धित मंत्रालय कोविड 19 (Covid-19) पेनडेमिक के उपचार हेतु भी होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धति को अपनाने हेतु अनुमति प्रदान करें। वेबिनार में राजस्थान एवं उत्तर प्रदेश के विशिष्ट चिकित्सकों ने भाग लिया।