नई दिल्ली। डॉक्टरों और नर्सों को कोरोना कवच पॉलिसी पर 5 फीसदी डिस्काउंट मिलेगा। इंश्योरेंस रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (इरडा) ने बीमा कंपनियों को इन्हें कोरोना कवच प्रीमियम पर 5 फीसदी छूट देने के लिए कहा है। ‘कोरोना कवच’ पॉलिसी को कोरोना काल में लोगों की स्वास्थ्य समस्याओं को ध्यान में रखकर बनाया गया है।
इसमें कोरोना संक्रमित पाए जाने पर अस्पताल में भर्ती, भर्ती होने से पहले और बाद और घर में देखभाल सहित इलाज से जुड़े अन्य खर्चे कवर होंगे। सभी 30 साधारण और स्वास्थ्य बीमा कंपनियां जो हेल्थ पॉलिसी देती हैं, वहां से ये पॉलिसी ली जा सकती है।
इसमें क्या-क्या कवर होगा?
- इसमें बेड का चार्ज, नर्सिंग चार्ज, ब्लड टेस्ट, PPE किट, ऑक्सीजन, ICU और डॉक्टर की कंसल्टेशन फीस कवर होती है।
- अस्पताल में भर्ती होने से पहले डोक्टर कंसल्टेशन, चेक अप और डाइग्नोसिस के खर्च शामिल होते हैं। ऐसे खर्चों पर अस्पताल में भर्ती होने से 15 दिन पहले तक का कवर मिलता है।
- इसमें अस्पताल से डिस्चार्ज होने के 30 दिन बाद तक के मेडिकल खर्च पर कवरेज मिलता है।
- अगर आपका कोरोना वायरस का इलाज घर पर चल रहा है, तो इसमें हेल्थ की मॉनेटरिंग और दवाइयों का खर्च 14 दिन तक के लिए कवर होता है।
- इस पॉलिसी के तहत आयुर्वेद और उससे जुड़े इलाज पर खर्चों पर भी कवर मिलेगा।
- घर से अस्पताल और अस्पताल से घर तक एम्बुलेंस में ट्रांसफर करने को भी कवर किया जाता है। इसमें अपताल में भर्ती पर प्रति 2000 रुपए मिलेंगे।
- इस पॉलिसी में आपके पास हॉस्पिटल डेली कैश कवर को ऐड करने का विकल्प रहता है। इसके तहत बीमा कंपनी रोजाना इंश्योरेंस की राशि का 0.5 फीसदी 24 घंटे लगातार भर्ती के हिसाब से देती है। यह सुविधा 15 दिन तक मिलती है।
कितने समय के लिए और कितना मिलेगा कवर?
कोरोना कवच पॉलिसी के लिए इंश्योरेंस की राशि न्यूनतम 50 हजार रुपए और अधिकतम 5 लाख रुपए (50,000 रुपए के मल्टिपल में) है। इंश्योरेंस की अवधि कम से कम 3.5 महीने, 6.5 महीने और 9.5 महीने हो सकता है। आम लोगों के लिए इसमें मूल कवर का प्रीमियम 447 से 5,630 रुपए (जीएसटी शामिल नहीं) रहेगा। वहीं डॉक्टरों और नर्सों को 5 फीसदी का डिस्काउंट मिलेगा।
कौन ले सकेगा कवर?
इस पॉलिसी को खरीदने के लिए एक व्यस्क की न्यूनतम उम्र 18 साल और अधिकतम उम्र 65 साल रखी गई है। जबकि बच्चे के लिए न्यूनतम उम्र एक दिन और अधिकतम उम्र 25 साल होनी चाहिए।