PNB Fraud/ नीरव मोदी की 1400 करोड़ की संपत्ति जब्त करने का कोर्ट का आदेश

0
975

मुंबई। पंजाब नेशनल बैंक (PNB) में 13,570 करोड़ रुपए का घोटाला कर फरार हो जाने वाले बिजनेसमैन नीरव मोदी को प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट कोर्ट (PMLA) ने बड़ा झटका दिया है। कोर्ट ने मनी लॉन्‍ड्रिंग केस के तहत नीरव मोदी की सभी संपत्तियां जब्‍त करने के आदेश दिया है। यह आदेश ‘आर्थिक अपराधी भगोड़ा कानून’ के अंतर्गत दिया गया है।

प्रवर्तन निदेशालय द्वारा कोर्ट में दी गई जानकारी के मुताबिक, नीरव मोदी की मुंबई, दिल्ली, जयपुर, अलीबाग, सूरत में संपत्ति है, जिसकी कीमत करीब 1400 करोड़ की है। जब्त की जाने वाली सभी संपत्ति पर भारत सरकार का कब्जा रहेगा।

एफईओ एक्ट के तहत हुई कार्रवाई कोर्ट ने प्रवर्तन निदेशालय को दिए आदेश में कहा कि वह पंजाब नेशनल बैंक और बैंकों के एक कंसोर्शियम के लिए सुरक्षित उसकी संपत्तियों को छोड़ दे। मोदी की संपत्ति एफईओ एक्ट, 2018 के सेक्शन 12(2) और (8) के तहत केंद्र सरकार के कब्जे में रहेगी।

कानून के मुताबिक, अगर किसी मामले में कोई आरोपी भगोड़ा आर्थिक अपराधी घोषित हो जाता है तो एफईओ कानून के तहत केंद्र सरकार को उसकी संपत्ति जब्त करने का अधिकार हासिल हो जाता है। प्रवर्तन निदेशालय ने 2018 में ही नीरव मोदी की संपत्ति जब्त करने की परमिशन कोर्ट से मांगी थी।

मोदी की ये संपत्ति होगी जब्त
नीरव मोदी की मंबई, दिल्ली, जयपुर, अलीबाग, सूरत में संपत्ति है। इन शहरों में उनके आलीशान घर, फ्लैट्स, करोड़ो के अपार्टमेंट, शानदार ऑफिस, कई प्लॉट्स हैं। मुंबई के वर्ली में समुद्र महल नामक बिल्डिंग में नीरव मोदी के छह अपार्टमेंट हैं। प्रत्‍येक अपार्टमेंट की कीमत करीब 100 करोड़ रुपए है।

प्रवर्तन निदेशालय के मुताबिक, मुंबई के सेशन कोर्ट के नजदीक कालाघोड़ा इलाके में नीरव मोदी का 3500 वर्ग फीट रिदम हाउस के नाम से एक बड़ा म्‍यूजिक स्‍टोर, पेडर रोड पर एक प्रॉपर्टी, ब्रीच कैंडी रोड पर एक फ्लैट, ओपेरा हाउस में 3 फ्लैट सभी को जब्त किया जाएगा।

मुंबई, जयपुर, सूरत में फोरस्‍टार डायमंड्स कंपनी के नाम से ऑफिस हैं। जबकि दिल्ली के पॉश इलाको में कई प्रॉपर्टी हैं। मुंबई के बांद्रा-कुर्ला कॉम्‍प्‍लेक्‍स में आलीशान ऑफिस हैं। पहले भी हो चुकी नीलामी मार्च 2020 में प्रवर्तन निदेशालय ने नीरव मोदी की कई संपत्तियों को जब्त कर नीलाम किया था। इसमें महंगी पेंटिंग्स, घड़ी, पर्स, महंगी कारे, हैंडबैग जैसी चीजें शामिल थीं। प्रवर्तन निदेशालय के मुताबिक इस नीलामी के दौरान करीब 51 करोड़ मिल थे।