मध्यप्रदेश/ इस्तीफा देकर कमलनाथ बोले- मेरा क्या कसूर था?

0
542

भोपाल। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक आज शाम पांच बजे फ्लोर टेस्ट होना था लेकिन उससे पहले सीएम कमलनाथ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस्तीफे का ऐलान कर दिया। उन्होंंने बीजेपी पर जमकर आरोप लगाए। इस दौरान सीएम कमलनाथ कुछ भावुक नजर आए। उन्होंने कहा कि राज्य में बीजेपी को 15 साल मिले थे जबकि मुझे अब तक सिर्फ 15 महीने मिले हैं। ढाई महीने लोकसभा चुनाव और आचार संहिता में गुजरे। इन 15 महीनों मे राज्य का हर नागरिक गवाह है कि मैंने राज्य के लिए कितना काम किया। लेकिन बीजेपी को ये काम रास नहीं आए।

पेश किया 15 महीनों का रिपोर्ट कार्ड
इस्तीफे से पहले 15 महीने का रिपोर्ट कार्डइस्तीफा देने से पहले कलनाथ अपनी 15 महीने की सराकर का रिपोर्ट कार्ड पेश किया। उन्होंने बीजेपी के 15 साल से तुलना करते हुए कहा कि उन्हें जनता ने 5 साल के लिए चुना था, लेकिन उन्हें 15 महीने ही काम करने दिया गया। उन्होंने कहा कि इन 15 महीनों में उन्होंने प्रदेश की तस्वीर बदलने की पूरी कोशिश की। हमेशा विकास में विश्वास रखा।

बीजेपी पर बरसे कमलनाथ
इस्तीफे से पहले कमलनाथ BJP पर बरसते चले। गौमाता के संरक्षण के गौशाला बनाई गई लेकिन भाजपा को ये रास नहीं आया। प्रदेश को भयमुक्त बनाया, लेकिन भाजपा को ये रास नहीं आया। युवाओं को रोजगार देने की कोशिश की गई, लेकिन भाजपा को ये रास नहीं आया। भाजपा के शासन में भी मध्य प्रदेश में माफिया राज पनपा।

मध्य प्रदेश की मौजूदा सूरत
मध्य प्रदेश विधानसभा में विधायकों की संख्या अभी 206 है। बीजेपी के 107 विधायक हैं जबकि कांग्रेस के पास स्पीकर मिलाकर 92 विधायक हैं। मौजूदा आंकड़े के तहत बहुमत का आंकड़ा 104 का है।