रामगंजमंडी। स्थानीय कृषि उपज मंडी में अब नए धनिए की आवक बढऩे लगी है। हाड़ौती की मंडियों में कई जगहों पर नए धनिये की आवक शुरू हो चुकी है। मध्यप्रदेश की मंडियों से भी धनिया अब यहां पहुंचने लगा है। मंगलवार को मंडी में दस हजार बोरी नए धनिए की आवक हुई। आवक बढऩे के साथ ही बादामी, रंगदार व ईगल क्वालिटी के धनिए के भावों में दो सौ रुपए क्विंटल तक की मंदी देखी गई। पुराने धनिए के भाव यथावत बने रहे।
कारोबारियों के अनुसार मंडी में आए धनिए की दो किस्में देखी गई। मंगलवार को गीला व कम घट वाला धनिया आया। दोनों के भावों में अंतर रहा। गीला नया धनिया 4000 से 4400 रुपए व कम घट वाले धनिए के भाव 4500 से 4800 रुपए क्विंटल बोले गए। यहां शुरुआती दौर में मध्यप्रदेश के दूरस्थ गांवों का धनिया आता है।
इसी के साथ मध्यप्रदेश की मंडियों में किसानों से खरीद कर व्यापारी निजी वाहनों से यहां लाकर बेचते हैं। इस शुरुआती दौर में आने वाले धनिए में गीलापन रहता है। व्यापारी इसे खरीद कर दो-तीन दिन मंडी में सुखाते हैं। हांलाकि मंगलवार को किसानों में मौसम के तेवर बदले हुए देख गीला धनिया खरीदने से हाथ खींचे। इस कारण भावों में गिरावट रही।
हाड़ौती से धनिए की आवक इस माह के मध्य शुरू होगी। मार्च के अंतिम दिनों में आवक बढ़ेगी। अप्रेल में इसका पीक सीजन रहेगा और धनिया सूखा आएगा। व्यापारियों को धनिया सुखाने की जरुरत नहीं पड़ेगी।
गुजरात में इस बार धनिया का रकबा बढ़ा
व्यापारियों के अनुसार गुजरात में इस बार धनिया का रकबा बढ़ा है। गुजरात की गोडल मंडी में बीस से पच्चीस हजार बोरी की आवक इन दिनों हो रही है अन्य मंडियों की आवक को जोड़कर देखा जाए तो करीब पचास हजार बोरी है। नया धनिया अन्य सालों की तुलना में इस बार अच्छी किस्म का आ रहा है। गीलापन जरुर ज्यादा है। व्यापारियों का मानना है कि इस साल धनिया अन्य सालों की तुलना में अच्छी किस्म का आएगा।