डॉलर कमजोर होने से भारत में सोना रिकॉर्ड ऊंचाई पर

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नई दिल्ली। डॉलर में आई कमजोरी और चीन में नए साल की शुरुआत से पहले की खरीदारी को लेकर बुलियन की कीमतों को सपोर्ट मिल रहा है। भारतीय वायदा बाजार मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज यानी एमसीएक्स पर पूर्वाह्न् 11.56 बजे सोने के फरवरी एक्सपायरी अनुबंध में पिछले सत्र के मुकाबले 588 रुपए यानी 1.50 फीसदी की तेजी के साथ 39,865 रुपए प्रति 10 ग्राम पर कारोबार चल रहा था, जबकि कारोबार के दौरान सोने का भाव एमसीएक्स पर 39,920 रुपए प्रति 10 ग्राम तक उछला, जोकि अब तक का रिकॉर्ड स्तर है।

इससे पहले सोने का भाव चार सितंबर, 2019 को 39,885 रुपए प्रति 10 ग्राम तक उछला था। अमेरिका की मिलिट्री स्ट्राइक में ईरान के सैन्य अधिकारी के मारे जाने के चलते भी कीमतों में इजाफा हुआ है।

एमसीएक्स पर 40 हजार के पार जा सकता है सोना
कमोडिटी बाजार विशेषज्ञ बताते हैं कि सोना एमसीएक्स पर जल्द ही 40,000 रुपए प्रति 10 ग्राम के मनोवैज्ञानिक स्तर को तोड़ सकता है। एमसीएक्स पर चांदी के मार्च एक्सपायरी अनुबंध में पिछले सत्र के मुकाबले 693 रुपए यानी 1.47 फीसदी की तेजी के साथ 47,715 रुपए प्रति किलोग्राम पर कारोबार चल रहा था, जबकि कारोबार के दौरान चांदी का भाव 47,844 रुपए तक उछला।

अंतरराष्ट्रीय वायदा बाजार में फरवरी अनुबंध में तेजी
वहीं, अंतरराष्ट्रीय वायदा बाजार कॉमेक्स पर सोने के फरवरी अनुबंध में 16.75 डॉलर यानी 1.10 फीसदी की तेजी के साथ 1,544.85 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार चल रहा था, जबकि कारोबार के दौरान सोने का भाव कॉमेक्स पर 1,546.45 डॉलर प्रति औंस तक उछला, जोकि चार सितंबर, 2019 के बाद का सबसे ऊंचा स्तर है। चार सितंबर, 2019 को कॉमेक्स पर सोने का भाव 1,566.20 डॉलर तक उछलने के बाद 1,560.40 डॉलर प्रति औंस पर बंद हुआ था। कॉमेक्स पर चांदी के मार्च अनुबंध में शुक्रवार को 1.09 फीसदी की तेजी के साथ 18.24 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार चल रहा था।

एक साल में सोने ने भारत में दिया 23.77 फीसदी रिटर्न
दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की ताकत का सूचक डॉलर इंडेक्स बीते एक महीने से सुस्त रहा है और इस दौरान डॉलर इंडेक्स में एक फीसदी से ज्यादा की कमजोरी रही है। डॉलर इंडेक्स पिछले सत्र से हल्की कमजोरी के साथ 96.48 पर बना हुआ था। एंजेल ब्रोकिंग के डिप्टी वाइस प्रेसीडेंट (एनर्जी व करेंसी रिसर्च) अनुज गुप्ता ने बताया कि सोना में निवेशकों को एक साल के दौरान भारत में 23.77 फीसदी, जबकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में 18.28 फीसदी का रिटर्न मिला है। इसलिए पीली धातु में निवेश के प्रति निवेशकों का रुझान बना हुआ है।