नयी दिल्ली। माल एवं सेवा कर (जीएसटी) के अधिकारियों ने 1,600 करोड़ रुपये के फर्जी रसीदों के जरिये 241 करोड़ रुपये की कर चोरी करने वाले एक गिरोह का भांडाफोड़ किया है। एक आधिकारिक बयान में बृहस्पतिवार को इसकी जानकारी दी गयी। गिरोह का भांडाफोड़ केंद्रीय जीएसटी के दक्षिणी दिल्ली आयुक्तालय की कर चोरी रोधी इकाई ने किया है।
वित्त मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और उसे एक स्थानीय अदालत ने 10 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। आरोपी ने विभिन्न व्यक्तियों के पहचानपत्रों का अनाधिकार इस्तेमाल कर कई कंपनियां बनायी थी। मंत्रालय ने कहा, ‘‘अभी तक इस मामले में संलिप्त 120 से अधिक निकायों का पता चला है, जिन्होंने 1,600 करोड़ रुपये के फर्जी रसीदों के जरिये 241 करोड़ रुपये की कर चोरी की।’’
बयान में कहा गया, जांच में एक संगठित गिरोह का पता चला है, जो जाली कंपनियां बनाकर, फर्जी रसीद जारी कर तथा फर्जी ई-वे बिल के जरिये कर क्रेडिट की सुविधा का दुरुपयोग करता था। जांचकर्ताओं के एक दल ने कई सप्ताह की मेहनत के बाद देशभर में कंपनियों के जाल का पता किया और उनके काम करने के तरीके का भांडाफोड़ किया।