नई दिल्ली। बदलते वक्त के साथ लोगों की मेंटैलिटी में भी बदलाव हो रहा है। फिल्मों के साथ-साथ रियल लाइफ में भी सेक्स और ऑर्गेज्म की बात होने लगी है। लेकिन सिर्फ तेज कराहने की आवाज ही ऑर्गेज्म का संकेत नहीं है। सेक्सोलॉजिस्ट डॉ. अविनाश बता रहे हैं शरीर में होने वाले उन बदलावों के संकेतों के बारे में जिससे आप जान सकती हैं कि आपको क्लाइमैक्स हासिल हुआ या नहीं..
जब आप सेक्शुअली स्टिमुलेटेड होती हैं और उत्तेजना महसूस होती है तो सिर्फ वजाइना में ही नहीं बल्कि शरीर के कई अंगों में ब्लड का फ्लो बढ़ जाता है जिससे आपकी स्किन, फेस, जांघ और ब्रेस्ट लाल होने के साथ-साथ हल्का गर्म भी हो जाता है। इस प्रक्रिया को सेक्स फ्लश भी कहते हैं। अगर आपको ऑर्गैज्म हासिल हो गया है तो आपकी वजाइना यानी जननांग बेहद सेंसेटिव हो जाते हैं और उस वक्त उन्हें छूने का भी दिल नहीं करता।
ऐसा इसलिए होता है कि क्योंकि क्लिटरिस में सैंकड़ों नर्व्स होते हैं और हर महिला क्लिटरिस स्टिमुलेशन पर अलग-अलग तरह से रिऐक्ट करती है। जब आप सेक्स करती हैं या फिर जब मास्टरबेशन के बाद ऑर्गैज्म हासिल करती हैं तो आपकी पेल्विक वॉल्स एक्सपैंड हो जाती हैं। इस दौरान रिलीज हुई सेक्शुअल एनर्जी की वजह से बहुत सी महिलाओं को कंपकंपी या थरथराहट भी महसूस होती है।
हालांकि इसकी वजह से आपको किसी तरह की चिंता करने की जरूरत नहीं। अगर आप जिम सेशन करती हैं तो आपको पता होगा कि ऑर्गैज्म हासिल करना किसी कार्डियो सेशन जैसा ही है। जहां क्लाइमैक्स हासिल करते ही आपकी सांसे फूलने लगती हैं और दिल की धड़कन तेज हो जाती है।आखिरकार इतनी मेहनत के बाद जब आप क्लाइमैक्स हासिल कर लेती हैं तो इस दौरान ऑक्सिटोसिन जिसे लव हॉर्मोन भी कहते हैं नाम का एक हॉर्मोन रिलीज होता है जिससे आपको खुशी महसूस होती है।