नई दिल्ली। खुदरा महंगाई के आंकड़े आने से पहले बुधवार को शेयर बाजार में गिरावट दर्ज की गई। बीएसई का सेंसेक्स 229.02 अंकों की गिरावट के साथ 40,116.06 पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 73.00 अंकों की गिरावट के साथ 11,840.45 पर बंद हुआ। औद्योगिक विकास के खराब आंकड़े ने भी बाजार की गिरावट में भूमिका निभाई।
सितंबर में औद्योगिक उत्पादन में 4.3 फीसदी गिरावट दर्ज की गई है और यह लगातार दूसरे महीने की गिरावट है और मौजूदा सीरीज में आठ साल की सबसे बड़ी गिरावट है। इससे पहले अक्टूबर 2011 में औद्योगिक उत्पादन में पांच फीसदी की गिरावट आई थी। इसके अलावा जीडीपी के खराब अनुमान ने भी निवेशकों का मनोबल तोड़ा।
भारतीय स्टेट बैंक ने मंगलवार को कहा था कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में देश की विकास दर 4.2 फीसदी रह सकती है और चालू वित्त वर्ष में यह दर पांच फीसदी रह सकती है। अमेरिका-चीन ट्रेड समझौते पर जारी भ्रम भी बाजार के लिए नकारात्मक साबित हुआ। हांगकांग में जारी सरकार विरोधी प्रदर्शन का भी बाजार पर बुरा असर हुआ। मंगलवार को गुरुनानक जयंती के मौके पर बाजार बंद था।
यस बैंक रहा सेंसेक्स का टॉप लूजर
सेंसेक्स में यस बैंक में सर्वाधिक 6.51 फीसदी गिरावट रही। भारतीय स्टेट बैंक और एक्सिस बैंक तीन फीसदी से अधिक लुढ़के। वेदांता, सन फार्मा, आईसीआईसीआई बैंक, इंडसइंड बैंक और आईटीसी दो फीसदी से अधिक लुढ़के। दूसरी ओर टीसीएस में सर्वाधिक 3.76 फीसदी तेजी रही। रिलायंस इंडस्ट्रीज भी तीन फीसदी से अधिक लुढ़का।
धातु शेयरों में सबसे अधिक बिकवाली
बीएसई के धातु सेक्टर में सर्वाधिक 2.27 फीसदी गिरावट रही। दूसरी ओर ऊर्जा सेक्टर में सर्वाधिक 1.60 फीसदी तेजी रही। बीएसई के मिडकैप सूचकांक में 0.77 फीसदी और स्मॉलकैप में 1.13 फीसदी गिरावट रही।