क्रिप्टोकरेंसी पर पाबंदी के बाद 44 फीसदी बढ़ी बिटक्वाइन की कीमत

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नई दिल्ली। क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े कारोबार पर भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की पाबंदी लगने के बाद से अब तक करीब 16 महीने में बिटक्वाइन की कीमत में 44 फीसदी से अधिक उछाल दर्ज किया गया है। पिछले साल पांच जुलाई को बिटक्वाइन 6,541.79 डॉलर (करीब 4.6 लाख रुपए) पर ट्रेड कर रहा था। अब यह 9,450.68 डॉलर (करीब 6.7 लाख रुपए) पर ट्रेड कर रहा है। यह 44.47 फीसदी की बढ़ोतरी दर्शाता है। बिटक्वाइन ने रिकॉर्ड ऊपरी स्तर 18 दिसंबर 2017 को छुआ था, जब यह 19,498.63 डॉलर (करीब 13.8 लाख रुपए) पर पहुंच गया था।

एक रिपोर्ट के मुताबिक आरबीआई ने क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े कारोबार से पूरी तरह संबंध खत्म करने के लिए छह अप्रैल को सर्कुलर जारी किया था और इसमें पांच जुलाई की समय सीमा रखी थी। आरबीआई ने कहा था कि वह जिन संस्थाओं का नियमन करता है, वे वर्चुअल करेंसी से संबंध नहीं रखेंगे। इससे प्रभावी तौर पर बैंकों को क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज को सेवा देने की मनाही हो गई। वर्चुअल करेंसी से संबंध रखने वाले व्यक्तियों और कारोबारों को सेवा देना बंद करने के लिए आरबीआई ने तीन महीने की मोहलत दी थी।

क्रिप्टोकरेंसी में निवेशकों का पैसा डूबने का खतरा पैदा हा गया था, इसलिए लगी पाबंदी
क्रिप्टोकरेंसी पर इसलिए पाबंदी लगाई गई थी, क्योंकि इसमें कारोबार करने वाली कई इकाइयां कुकुरमुत्ते की तरह उग आई थीं और इसमें निवेशकों का पैसा डूबने का खतरा पैदा हा गया था। दिसंबर 2013 के बाद से आरबीआई ने बिटक्वाइन और अन्य क्रिप्टोकरेंसी के विरुद्ध चार बार चेतावनी दी थी। आरबीआई की समय सीमा से कुछ दिनों पहले तत्कालीन वित्त मंत्री ने भी कहा था कि वर्चुअल करेंसी की कोई वैधानिकता नहीं है और इसके साथ सरकार की ओर से कोई भी गारंटी नहीं है।

पाबंदी के बाद कई एक्सचेंज ने बंद किए कारोबार, कई अन्य ने नया तरीका अपनाया
पाबंदी लगाए जाने के बाद देश में काम करने वाले कई क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों ने अपने कारोबार को बंद करना शुरू कर दिया था। एक बड़े एक्सचेंज जेबपे ने अपने उपयोगकर्ताओं से कहा कि आरबीआई की समय सीमा से पहले वे क्रिप्टोकरेंसी में लगे अपने पैसे निकाल लें। हालांकि वजीरएक्स और क्वाइनेक्स लूप जैसे कुछ अन्य एजेंसियों ने क्रिप्टोकरेंसी में ट्रेडिंग की सुविधा देने के लिए पीयर-टू-पीयर मॉडल पर काम करना शुरू कर दिया और उन्होंने बैंकिंग चैनल का उपयोग करना बंद कर दिया।