नई दिल्ली। यूरोपियन यूनियन (ईयू) के सांसदों का प्रतिनिधिमंडल आज जम्मू-कश्मीर का दौरा करेगा। कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को हटाए जाने के बाद यह किसी विदेशी प्रतिनिधिमंडल की इस राज्य में यह पहली यात्रा है।
इस दौरे को लेकर हालांकि कांग्रेस ने बीजेपी सरकार पर सवाल उठाए हैं। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने विदेशी सांसदों को जम्मू-कश्मीर जाने देने और भारतीय सांसदों पर ‘बैन’ को लेकर सवाल उठाया। वहीं, जम्मू कश्मीर की पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती ने भी इस दौरे का विरोध किया।
कांग्रेस ने यह भी सवाल किया कि अगर उन्हें जम्मू-कश्मीर जाने की इजाजत दी जा सकती है तो विपक्ष को यही मौका क्यों नहीं दिया जा रहा। राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘यूरोप के सांसदों का जम्मू-कश्मीर दौरे के लिए स्वागत है लेकिन भारतीय सांसदों पर प्रतिबंध है और एंट्री नहीं है। इसमें कहीं न कहीं कुछ बहुत गलत है।’
महबूबा ने ट्वीट किया, ‘यदि अनुच्छेद 370 भारत में जम्मू-कश्मीर को एकीकृत करता, तो राहुल गांधी को कश्मीर जाने से क्यों रोक दिया गया? इसके बावजूद केंद्र सरकार द्वारा फासीवादी और फासीवादी झुकाव वाले यूरोपीय संघ के सांसदों के एक समूह को वहां जाने की अनुमति दी जाती है।’
बता दें कि यूरोपीय सांसदों ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। प्रधानमंत्री ने इस दौरान सांसदों को संबोधित करते हुए उम्मीद जताई कि जम्मू-कश्मीर समेत तमाम इलाकों का दौरा करने से भारत की सांस्कृतिक और धार्मिक विविधता के बारे में उन्हें जानकारी मिलेगी।