अयोध्या। दिवाली के पर्व पर अयोध्या में हर घर में उत्सव की तैयारियां हैं। दीपोत्सव के इस महापर्व पर अयोध्या आज रोशनी से जगमगा उठा जब सरयू के घाट पर एक साथ साढ़े पांच लाख मिट्टी के दीये रोशन हुए। इस दीपोत्सव समारोह ने गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में जगह बनाई है। यह मुकाम तेल के दीयों के प्रज्जवलन के सबसे बड़े प्रदर्शन के चलते मिला है। यह उपलब्धि उत्तर प्रदेश की सरकार के पर्यटन विभाग और डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध यूनिवर्सिटी द्वारा हासिल की गई है।
सरयू के घाट साढ़े पांच लाख दीयों के उजाले से जगमगा उठे हैं। इस समारोह में शामिल होने के लिए बड़ी संख्या में लोग उमड़े हैं। यह जलते दीये बानगी हैं भगवान राम के आगमन की तैयारियों की। दीपोत्सव कार्यक्रम में बोलते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारत किसी को छेड़ता नहीं है, लेकिन अगर कोई छेड़ता है तो फिर उसको छोड़ता नहीं है। आज भारत उस स्थिति में पहुंच चुका है।
अयोध्या में दिवाली की जगमग के बीच इस पर्व को मनाने के लिए दिन में ही कलाकारों के पहुंचने का सिलसिला भी शुरू हो चुका था। योगी सरकार ने सत्ता में आने के बाद तीन साल पहले छोटी दिवाली के दिन मेगा इवेंट के तौर पर दीपोत्सव की शुरुआत की थी। आज शाम होने वाले दीपोत्सव में एक दिन पहले से ही तैयारियां तेज हो गई थीं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल अयोध्या में ‘दीपोत्सव’ समारोह में भाग लेने पहुंचे।
आज सुबह से ही सरयू घाट में दीपों को सजाने का सिलसिला शुरू हो चुका था, इन्हें शाम को एक साथ जलाकर दीपोत्सव का पर्व मनाया गया। बता दें कि तीन साल पहले जब योगी सरकार ने इसकी शुरुआत की थी तो पहले साल राम की पेड़ी पर 1 लाख 87 हजार दीये जलाए गए थे। दूसरे साल में इन दीयों की संख्या बढ़ाकर 3 लाख 11 हजार कर दी गई थी। इस साल रिकॉर्ड 5 लाख 51 हजार दीयों को आज शाम सरयू के तट पर प्रज्जवलित किया गया।