कोटा बैराज के सभी 19 गेट खोले, चम्बल के किनारे बस्तियां जलमग्न

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कोटा। मध्यप्रदेश व चम्बल नदी के कैचमेंट एरिया में हो रही भारी बारिश के कारण कोटा बैराज के 13 साल बाद सभी 19 गेट खोले गए। कोटा बैराज गेट से 6 लाख 19 हजार 700 क्यूसेक पानी की निकासी की गई। गेट खुलते ही कोटा में बाढ़ के हालात बन गए हैं। चम्बल किनारे बसी एक दर्जन से ज्यादा बस्तियां जलमग्न हो गई है।

बस्तियों में कई मकान तक डूब गए है। कई मकानों के ढहने से लोग बेघर हो गए है। जिला प्रशासन, पुलिस व एसडीआरएफ की टीम मौके पर कमान संभाले हुए है। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा रहा है। कई लोग अभी भी घरों में कैद है, जो छतों पर बैठकर राहत का इंतजार कर रहे है। एहतियात के तौर पर डूब वाले इलाकों की बिजली काट दी गई है।

बारिश ने 40 साल का रिकॉर्ड तोडा
बारिश सेे 40 साल का रिकॉर्ड टूट गया है। अब तक 1385.0 एमएम बारिश दर्ज हुई है। इससे पहले 40 साल में तीन बार ही 1000 एमएम से ज्यादा बारिश दर्ज हुई थी। एमपी से पानी की भारी आवक देखते हुए कोटा बैराज के सभी गेट खोले गए है। कोटा शहर की जलापूर्ति भी गड़बड़ा गई है। कोटा में पिछले 24 घंटे में 45.2 एमएम बारिश दर्ज की गई।

यह बस्तियां जलमग्न
कोटा बैराज के 19 गेट खुलने से नयापुरा हरिजन बस्ती, करबला, चन्द्रघटा, दोस्तपुरा, बापू बस्ती, हनुमानगढ़ी कुन्हाड़ी, लाडपुरा समेत एक दर्जन बस्तियां जलमग्न हो गई। एसडीआरएफ की टीमों ने हजारों लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा रहा है। नयापुरा बृजराजपुरा कच्ची बस्ती में मकानों में पानी भरने से दो मकान गिर गए। जिला प्रशासन ने स्कूल व सामुदायिक भवन में बेघर लोगों के लिए भोजन व पुनर्वास की व्यवस्था की है। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला व नगरीय विकास मंत्री शांति कुमार धारीवाल लगातार जिला प्रशासन के अधिकारियों से लगातार सम्पर्क में है।

  • किस बांध से कितना पानी की निकासी
  • गांधीसागर बांध- 19 गेट – 14 लाख 85 हजार क्यूसेक
  • राणाप्रताप सागर बांध- 17 गेट- 5 लाख 41 हजार 696 क्यूसेक
  • जवाहरसागर बांध- 15 गेट
  • कोटा बैराज- 19 गेट- 6 लाख 19 हजार 700 क्यूसेक