कोटा। मुख्य आयकर आयुक्त (उदयपुर) संजीव कपूर ने करदाताओं, टैक्स सलाहकारों और सीए से ऑपरेशन क्लीन मनी के तहत आने वाले स्क्रूटनी असेसमेंट को 30 सितंबर तक अनिवार्य रूप से पूरे कराने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि अब इसके लिए अधिक समय नहीं मिलने वाला है। यह जानकारी उन्होंने सोमवार को कोटा में टैक्स बार एसोसिएशन के प्रतिनिधिमंडल को दी।
टैक्स बार एसोसिएशन कोटा के अध्यक्ष एडवोकेट राजकुमार विजय के साथ संयुक्त प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य आयकर आयुक्त उदयपुर से मीटिंग करके आयकर कानून और प्रावधानों में आ रही समस्याओं से अवगत कराया। उन्होंने 30 सितंबर ऑडिट करने की अंतिम तिथि को बढ़ाकर नवंबर तक करने का आग्रह किया ।
आयकर रिटर्न भरने के बाद हस्ताक्षर करके डाक से सीपीसी बेंगलुरु भेजा जाता है, विभिन्न कारणों से वहां पर उसका इंद्राज नहीं हो पाता है, जिसके कारण रिटर्न को इनवेलिड घोषित कर दिया जाता है। इसके लिए सुझाव दिया गया कि उसकी पहुंचने की डेट को विस्तारित करके सभी रिटर्न को वैलिड घोषित किया जाए।
टीडीएस के मैच- मिसमैच के कारण जो डिमांड निकली हुई है, उसको सही करने की पावर निर्धारण अधिकारी को दी जाए, ताकि अनावश्यक डिमांड को समाप्त किया जा सके। प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि लंबे समय से आयकर आयुक्त अपील का पद रिक्त चल रहा है, जिससे भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। अतः शीघ्र इस पद पर नियुक्ति की जाए।
मीटिंग में प्रधान आयकर आयुक्त एस एस गौतम अपर आयकर आयुक्त रणसिंह वरिष्ठ अधिवक्ता एम एल पाटोदी, वरिष्ठ चार्टर्ड अकाउंटेंट सीएम बिरला, सीए बीवी माहेश्वरी, एडवोकेट वीके जैन, सीए नीरज जैन, सीए मिलिंद विजयवर्गीय, एडवोकेट एम एम शर्मा, सीए लोकेश माहेश्वरी, सीए राजीव बजारी, सीए हितेश दयानी, एडवोकेट ओम बड़ोदिया,सीए रितु जीपी दास सहित डिपार्टमेंट के अधिकारी चार्टर्ड अकाउंटेंट और अधिवक्ता उपस्थित थे.