मुंबई। शिवसेना के एक कार्यकर्ता ने अमेरिका की एंटरटेनमेंट सर्विसेज कंपनी नेटफ्लिक्स के खिलाफ एक शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में नेटफ्लिक्स पर भारत की गलत छवि पेश करने और लोगों की भावनाओं को आहत करने का आरोप लगाया गया था। इस शिकायत के बाद अब सोशल मीडिया पर भी नेटफ्लिक्स के खिलाफ मुहिम शुरू हो चुकी है। शुक्रवार (6 सितंबर) सुबह से ही ट्विटर पर एक हैशटैग #BanNetflixInIndia ट्रेंड कर रहा है।
BanNetflixInIndia हैशटैग के साथ ट्वीट करने वाल लोग भी नेटफ्लिक्स पर हिंदुओं और भारत की छवि खराब करने के आरोप लगाते हुए इसे बैन करने की मांग कर रहे हैं। इससे पहले शिवसेना के कार्यकर्ता रमेश सोलंकी ने नेटफ्लिक्स के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। सोलंकी ने महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस, बर्वे और मुंबई पुलिस के साइबर प्रकोष्ठ को शिकायत की प्रतियां भेजी थी। उन्होंने एलटी मार्ग पुलिस थाने में तीन पृष्ठ की शिकायत दर्ज कराई है। साथ ही सबूत के तौर पर उन्होंने नेटफ्लिक्स के विभिन्न शो की आपत्तिजनक सामग्री की एक सीडी भी जमा की है।
रमेश सोलंकी ने अपनी शिकायत में जिक्र किया है कि लोकप्रिय वेब शो जैसे Sacred Games, ‘लीला’ और ‘घौल’ व इसके अलावा अमेरिकी स्टैंड-अप कॉमेडियन हसन मिन्हाज के ‘पैट्रियॉट ऐक्ट’ भारत को वैश्विक स्तर पर बदनाम कर रहे हैं। सोलंकी ने कहा, ‘इसके मद्देनजर मैं संबंधित अधिकारियों को उपरोक्त उल्लेखित सामग्री को देखने व जरूरी कदम उठाने का आग्रह करता हूं।’
वहीं, भारत में ओवर द टॉप (ओटीटी) प्लैटफॉर्म्स पर परोसी जा रही सामग्री को लेकर सरकार भी चिंतित है। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के अधिकारी विभिन्न ओटीटी विक्रेताओं के प्रतिनिधियों से मिलने के लिए तैयार हैं, जो ‘लीला’ और ‘द पैट्रियॉटि ऐक्ट’ जैसे कार्यक्रम दिखा रहे हैं। नेटफ्लिक्स पर दिखाए जाने वाले ‘लीला’ और ‘द पैट्रियॉट ऐक्ट’ और जी5 पर आने वाले ‘द फाइनल कॉल’ जैसे शो को पहले ही अपनी उत्तेजक सामग्री के लिए चेतावनी जारी की जा चुकी है। वर्तमान में ओटीटी प्लेटफॉर्म केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) के सामग्री दिशानिर्देशों के दायरे में नहीं आते हैं।