नई दिल्ली। मास्टरकार्ड ने आज यानी 6 अगस्त को आइडेंटिटी चेक एक्सप्रेस लॉन्च करने का ऐलान किया। यह मोबाइल पर पहला और अगली पीढ़ी का भरोसेमंद समाधान है जो लाखों भारतीय उपभोक्ताओं को ऑनलाइन शापिंग का अलग अनुभव कराएगा। भारत में पहली बार आयोजित ग्लोबल मास्टरकार्ड साइबर सिक्युरिटी समिट में आइडेंटिटी चेक एक्सप्रेस को प्रदर्शित किया गया।
मास्टरकार्ड के मुताबिक 20 प्रतिशत तक मोबाइल ई-कॉमर्स लेनदेन को बीच में ही छूट जाता है। आइडेंटिटी को ऑनलाइन प्रमाणित करने के मौजूदा तरीके ग्राहकों को मर्चेंट वेबसाइट से दूर ले जा सकते हैं। साथ ही इन एप पेमेंट के लिए ब्राउजर पर जाने या मोबाइल नेटवर्क चले जाने से इसमें काफी समय लगता है।
ऐसे में मास्टरकार्ड आइडेंटिटी चेक एक्सप्रेस जैसी एक नवीनतम तकनीक लेकर आया है। इसमें डिवाइस इंटेलिजेंस और बिहेवियरल बायोमेट्रिक्स शामिल हैं, जो एक बिना रुके मोबाइल भुगतान का अनुभव देने के लिए नवीनतम ईएमवी 3-डी सिक्योर और एफआईडीओ प्रमाणीकरण मानकों के साथ आता है।
खुद जनरेट कर सकेंगे पिन
आईडेंटिटी चेक एक्सप्रेस के साथ, मास्टरकार्ड अग्रणी दुकानों पर मास्टरकार्ड कार्डहोल्डर्स को 2000 रुपए से कम की राशि के लिए एकल व्यापारी विशिष्ट सहमति साझा करते हुए, उनके विश्वसनीय मोबाइल डिवाइसेस पर बिना किसी दिक्कत के भुगतान का अनुभव प्रदान करेगा। 2000 रुपए से अधिक के लेनदेन के लिए, कार्डधारक अपनी पसंद के ट्रांजेक्शन पिन के साथ स्वयं को प्रमाणित कर सकेंगे। मास्टरकार्ड भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था को बल देने और सुरक्षा में मदद करने के लिए प्रतिबद्ध है। मास्टरकार्ड ने इस साल भारत में अगले पांच वर्षों में 1 बिलियन अमेरिकी डॉलर के निवेश की घोषणा की है।