नई दिल्ली। अडानी समूह उत्तर प्रदेश में 5,500 करोड़ रुपए के नए निवेश की योजना बना रहा है। समूह के अध्यक्ष गौतम अडानी ने यहां दूसरी ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के मौके पर कहा कि फरवरी, 2018 में लखनऊ में हुए निवेशक सम्मेलन में अडानी समूह ने उत्तर प्रदेश में बिजली पारेषण के क्षेत्र में पांच हजार करोड़ रुपए के निवेश की घोषणा की थी।
उन्होंने कहा कि दो पारेषण (ट्रांसमिशन) परियोजनाओं पर पहले ही काम शुरू कर दिया है और अगले पांच वर्षों में बिजली ट्रांसमिशन क्षेत्र में हम पांच हजार करोड़ रुपए के अतिरिक्त निवेश की योजना बना रहे हैं।
एजेंसी की खबर के मुताबिक, उन्होंने कहा ‘खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में हम प्रदेश में 500 करोड़ रुपए के निवेश की योजना बना रहे हैं। इस निवेश से चावल मिल, आटा मिल, दाल मिल और कच्ची घानी रिफाइनिंग के कारखाने लगाए जाएंगे।’ अडाणी ने कहा ‘हम डाटा सेंटर और रक्षा जैसे नए युग के क्षेत्रों में भी बेहतर काम करेंगे।
उत्तर प्रदेश के आकार, रणनीतिक स्थिति और आबादी को देखते हुए हमें उम्मीद है कि यह राज्य इन दोनों क्षेत्रों में अग्रणी बन सकता है। रक्षा क्षेत्र में हमारी मौजूदगी हमारे लिए व्यक्तिगत रूप से बेहद महत्वपूर्ण है। हमारा सपना है कि अडाणी ग्रुप उत्तर प्रदेश के रक्षा कॉरिडोर में विश्वस्तरीय विनिर्माण हब का निर्माण करे।’
उन्होंने कहा, अडाणी समूह ने उत्तर प्रदेश में अनाज भंडारण क्षमता को बढ़ाने में मदद के लिए धमौरा और कन्नौज में 15 हजार टन क्षमता वाली इकाइयां बनाई हैं। भारत के अन्तर्देशीय जल-मार्गों की क्षमता में वृद्धि में मदद के लिए अडाणी ने वाराणसी में मल्टी मोडल रिवर टर्मिनल विकसित करने पर काम शुरू कर दिया है।
अडाणी ने कहा कि भारत की कामयाबी की कहानी उत्तर प्रदेश के बगैर अधूरी है। हम उत्तर प्रदेश को तेजी से बदलते राज्य के तौर पर देख रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2024 तक भारत को 5,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य तय किया है। इसमें उत्तर प्रदेश की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण होगी।