नई दिल्ली। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में सरकारी सेवाएं उपलब्ध कराने वाले कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) जल्द ही लोगों को देसी-विदेशी संस्थानों से पढ़ाई भी कराएंगे। इसके लिए अगले तीन महीने में देशभर में 6000 सीएससी शिक्षण प्रशिक्षण केंद्र स्थापित किए जाएंगे। आपको बता दें कि इस समय देशभर में साढ़े तीन लाख से ज्यादा सीएससी संचालित हो रहे हैं।
सीएससी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी दिनेश त्यागी ने LEN DEN NEWS को बताया कि इन शिक्षण केंद्र पर सिम्बायोसिस विश्वविद्यालय, राष्ट्रीय मुक्त विद्यालय संस्थान (एनआईओए), नेशनल इंस्टीट्यूट आफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (एनआईईएलआईटी), इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) तथा प्रधानमंत्री ग्रामीण डिजिटल साक्षरता अभियान (पीएमजीडीआईएसएचए) के पाठ्यक्रम पेश किए जाएंगे।
इन पाठयक्रमों में हिस्सा लेने वाले छात्रों की परीक्षाएं भी सीएससी केंद्रों पर ही होंगी। त्यागी ने कहा कि शिक्षा सीएससी का आधार है। इन केंद्रों के जरिए हमारे भागीदारों के पाठ्यक्रम उपलब्ध कराए जाएंगे। हम और पाठ्यक्रमों तथा भागीदारों को जोड़ने का काम जारी रखेंगे।
त्यागी ने कहा कि शिक्षण संस्थानों की कमी की वजह से आज भी हमारे देश में कुल 35 फीसदी छात्र कॉलेज नहीं जा पाते हैं जबकि 65 फीसदी छात्र कॉलेज से अलग दूसरी शिक्षा ग्रहण नहीं कर पाते हैं। हमारा लक्ष्य ऐसे संभावित छात्रों तक पहुंचना है।
सीएससी प्रशिक्षण केंद्र का लक्ष्य ऐसे किसी भी उम्र के महिला-पुरुषों को शिक्षा देना है जो वास्तव में शिक्षा ग्रहण करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि अभी तक देश में 1070 सीएससी प्रशिक्षण केंद्रों की स्थापना की जा चुकी है।
उन्होंने कहा कि डिग्री, डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्स के अलावा सीएससी प्रशिक्षण केंद्र छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी भी कराएंगे। उन्होंने कहा कि पटना के सुपर-30 के संस्थापक आनंद कुमार के मॉक टेस्ट और किताबों से सीएससी के छात्रों को तैयारी कराई जाएगी।