नई दिल्ली। रिलायंस इंडस्ट्रीज ने जून, 2019 में समाप्त तिमाही के दौरान 6.8 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 10,104 करोड़ रुपए का कंसॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट दर्ज किया। वहीं कंपनी का कंसॉलिडेटेड रेवेन्यू बढ़कर 1,72,956 करोड़ रुपए रहा। मुकेश अंबानी के स्वामित्व वाली कंपनी को रिटेल और टेलिकॉम बिजनेस में ग्रोथ से खासा सपोर्ट मिला।
कंपनी द्वारा दी गई रेग्युलेटरी फाइलिंग्स के मुताबिक, वित्त वर्ष 2019-20 की पहली तिमाही के दौरान रेवेन्यू 22.1 फीसदी की ग्रोथ के साथ 1,72,956 करोड़ रुपए रहा। रिलायंस जियो की बात करें तो अप्रैल-जून, 2019 तिमाही के दौरान उसका नेट प्रॉफिट 45.6 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 891 करोड़ रुपए के स्तर पर पहुंच गया।
जीएसटी के मद में चुकाए 11,607 करोड़ रुपए
कंपनी का ऑपरेशनल रेवेन्यू 21.2 फीसदी की ग्रोथ के साथ 1,61,349 करोड़ रुपए के स्तर पर पहुंच गया, जबकि बीते साल समान तिमाही के दौरान यह आंकड़ा 1,33,069 करोड़ रुपए रहा। हालांकि जीएसटी की कटौती से पहले कंपना का रेवेन्यू 21.2 फीसदी की ग्रोथ के साथ 1,72,956 करोड़ रुपए रहा। इस प्रकार कंपनी ने 11,607 करोड़ रुपए जीएसटी के मद में चुकाए।
कुल व्यय 24 फीसदी बढ़ोकर 1.50 लाख करोड़ के पार
जून, 2019 में समाप्त तिमाही के दौरान कंपनी का कुल व्यय भी 23.96 फीसदी बढ़कर 1,50,154 करोड़ रुपए हो गया। वहीं पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में उसका कुल व्यय 1,21,131 करोड़ रुपए रहा था। रिलायंस इंडस्ट्रीज के सीएमडी मुकेश अंबानी ने कहा कि कमजोर वैश्विक परिदृश्य के बावजूद पहली तिमाही में कंपनी की आय अच्छी रही है।