चुरू। यदि आपकी सुबह 34 डिग्री सेल्सियस के तापमान में हो और फिर दिन भर में 50 डिग्री की गर्मी में तपना पड़े तो क्या होगा? उत्तर भारत समेत देश के तमाम इलाकों के लिए भले ही यह एक सवाल हो, लेकिन राजस्थान के चुरू समेत कई शहर गर्मी से इन दिनों बुरी तरह तप रहे हैं। बीते कई दिनों से चुरू में पारा 50 डिग्री के पार चला जाता है। हाल यह है कि लोगों ने अपने काम के घंटे भी मौसम के मुताबिक ही तय कर लिए हैं।
यहां दिन भी तंदूरी हैं और रातें भी तंदूर सरीखी तप रही हैं। बीते शनिवार को यहां का तापमान 50.8 डिग्री सेल्सियस था और सोमवार को भी पारा 50.3 तक पहुंच गया था। इन दो दिनों में यह शहर दुनिया का सबसे गर्म क्षेत्र रहा। यह स्थिति यहां कमोबेश एक सप्ताह से चल रही है और लोगों ने गर्मी से निपटने के लिए अपने वर्क साइकल में बदलाव किया है। खाने की आदतें बदली हैं और लाइफस्टाइल में भी परिवर्तन किए हैं।
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चुरू की हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में रहने वाले रिटायर्ड सरकारी कर्मचारी राधे शर्मा ने बताया, ‘हमारी मुश्किलों को पावर कट ने और बढ़ा दिया है। बिजली की कटौती 4 बजे से ही शुरू हो जाती है, जब पारा 35 डिग्री के करीब होता है।’ आमतौर पर लोग यहां सुबह ही 10 किलो तक बर्फ की खरीददारी कर लेते हैं और उसे अपने वॉटर टैंक और कूलरों में डाल देते हैं ताकि किसी तरह से गर्मी से राहत मिल सके।
भीषण गर्मी से चुरू जिले में वॉमिटिंग, डायरिया, लू और स्किन संबंधी बीमारियां बढ़ गई हैं। इसके चलते जिला अस्पताल में मरीजों की भारी भीड़ उमड़ रही है। स्वास्थ्य विभाग ने पूरे जिले को ही हाई अलर्ट पर रखा है और डॉक्टरों की छुट्टियां कैंसल कर दी गई हैं।