नई दिल्ली। चुनाव आयोग की लाख कोशिशों के बावजूद इस बार आम चुनाव के दौरान अवैध धन की जब्ती का रेकॉर्ड बन रहा है। पूरे देश में जिस तरह इस बार अवैध धन से लेकर ड्रग तक का इस्तेमाल चुनाव में हो रहा है उससे इसपर रोक लगाने के दावे एक बार फिर गलत साबित हो गया है।
सबसे अधिक चिंता शराब और ड्रग का उपयोग बढ़ने को लेकर सामने आई है। चुनाव आयोग से मिली जानकारी के अनुसार 26 अप्रैल तक पूरे देश में 3000 करोड़ से अधिक कैश या दूसरी चीज पकड़ी गई हैं। सूत्रों के अनुसार शुरुआती चरण में ही नोट का प्रभाव दिखने के बाद आयोग ने और सख्ती बढ़ा दी है।
सबसे चिंता की बात है कि पूरे देश में समान रूप से इसका प्रभाव दिखा है। चुनाव आयोग ने खर्च पर नजर रखने वाले सभी अधिकारियों को हर संदिग्ध लेन-देन और राजनीतिक दलों के खर्च पर कड़ी निगरानी रखने को कहा है। मालूम हो कि हर संसदीय क्षेत्र में राज्य के हिसाब से एक उम्मीदवार को 50 से 75 लाख रुपये खर्च करने की अनुमति होती है। लेकिन जिस तरह से खुद आयोग ने माना है कि इसबार रेकॉर्ड संख्या में अब तक सैकड़ों करोड़ की जब्ती हुई है, उससे एक बार फिर पूरे सिस्टम की समीक्षा करने की जरूरत है।
चुनाव आयोग के सूत्रों के अनुसार 19 मई तक यह आंकड़ा 10 हजार करोड़ तक जा सकता है। अभी दो हजार करोड़ से अधिक की जब्ती और हो चुकी है जिसे दर्ज किया जा रहा है। वहीं, एक एनजीओ की रिपोर्ट के अनुसार इस बार देश के आम चुनाव में एक लाख करोड़ से अधिक खर्च करने का अनुमान है जो पूरे विश्व का सबसे महंगे चुनाव में यह एक हो सकता है। इस जब्ती में वह शामिल नहीं है जिसे जांच एजेंसी ने चुनाव अधिसूचना के बाद जब्त किया है।
चुनाव आयोग बनाम जांच एजेंसी
चुनाव के दौरान अवैध और ब्लैक मनी के खिलाफ कार्रवाई करने को लेकर चुनाव आयोग और जांच एजेंसियों के बीच विवाद भी उठे। यह विवाद तब उठा था जब इनकम टैक्स ने ताबड़तोड़ मध्य प्रदेश में कांग्रेस और तमिलनाडू में डीएमके नेताओं के यहां छापे मारे थे। इन छापों के बाद आयोग ने सभी जांच एजेंसियों को राजनीतिक रूप से निष्पक्ष कार्रवाई करने की हिदायत दी थी। इसके जवाब में इनकम टैक्स ने भी अपनी कार्रवाई को पूरी तरह जायज ठहराया था। बाद में आयोग ने जांच एजेंसी की भाषा पर एतराज जताया था।
अब तक चुनाव आयोग की कार्रवाई-
-कुल कैश की जब्ती- 785.26 करोड़
–कुल शराब की जब्ती– 249.038 करोड़
-ड्रग की जब्ती-1214.46 करोड़
-सोना की जब्ती– 972.253 करोड़
–रिश्वत के लिए रखी सामान की जब्ती-53.167 करोड़
–कुल जब्ती-3274.18 करोड़
–2014 के आम चुनाव में 3 अरब के अवैध धन की जब्ती हुई थी