Jee Main 2019 की ऑल इंडिया रैंक जारी, एलन के टॉप 20 में 7 स्टूडेंट्स

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कोटा। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) द्वारा देश की सबसे बड़ी इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई-मेन-2019 की ऑल इंडिया रैंक सोमवार देर रात जारी कर दी। परिणाम जारी होने के साथ ही कोचिंग नगरी कोटा और एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट में खुशियों की लहर दौड़ गई। परिणामों में एक बार फिर एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट के स्टूडेंट्स ने श्रेष्ठता साबित की।

निदेशक बृजेश माहेश्वरी ने बताया कि एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट के 7 क्लासरूम स्टूडेंट्स ने टाॅप 20 में जगह बनाई है। इसमें केविन मार्टिन ने अखिल भारतीय स्तर पर रैंक-2, जयेश सिंगला ने रैंक 4, निशांत अभांगी ने रैंक 6, संबित बेहरा ने रैंक 11, अंकित मिश्रा ने रैंक 13, कार्तिकेय चन्द्रेश गुप्ता ने रैंक 18 तथा समीक्षा दास ने रैंक 20 प्राप्त की।

ये सभी सातों स्टूडेंट्स एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट के क्लासरूम प्रोग्राम के स्टूडेंट्स हैं। 100 एनटीए स्कोर प्राप्त करने वाले 24 स्टूडेंट्स में से एलन के 7 स्टूडेंट्स हैं। इनमें राजस्थान से 4 स्टूडेंट्स आॅल इंडिया टाॅप 20 में हैं जिसमें 3 एलन से हैं। एलन के निशांत अभांगी ने राजस्थान टाॅप किया है तथा संबित बेहरा व समीक्षा दास शामिल हैं।

जनवरी व अप्रेल में 12 लाख 37 हजार 892 ने करवाया था रजिस्ट्रेशन
माहेश्वरी ने बताया कि देश के 31 एनआईटी, 23 ट्रिपलआईटी एवं 23 जीएफटीआई की लगभग 26 हजार से जायदा सीटों पर प्रवेश के लिए हुई देश की सबसे बड़ी इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई-मेन जिसका रिजल्ट जनवरी व अप्रेल में हुई परीक्षाओं के एनटीए स्कोर के साथ-साथ आल इंडिया रैंक के रूप में जारी कर दिया गया।

जारी की गई की प्रेस रिलीज के अनुसार जनवरी जेईई-मेन पेपर-1 परीक्षा के लिए कुल 9 लाख 29 हजार 198 विद्यार्थी पंजीकृत हुए, जिसमें से 8 लाख 74 हजार 469 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी। साथ ही अप्रेल परीक्षा के लिए 9 लाख 35 हजार 755 विद्यार्थियों ने रजिस्ट्रेशन करवाया, जिसमें से 8 लाख 81 हजार 86 विद्यार्थी परीक्षा में बैठे। इस प्रकार जनवरी व अप्रेल में हुई परीक्षाओं में कुल मिलाकर 12 लाख 37 हजार 892 विद्यार्थी पंजीकृत हुए, जिसमें से 11 लाख 47 हजार 125 विद्यार्थी परीक्षाओं में शामिल हुए।

इनमें से जनवरी व अप्रेल में 6 लाख 46 हजार 386 विद्यार्थी ऐसे थे, जिन्होंने जनवरी व अप्रेल दोनों परीक्षाओं में पंजीकरण करवाया, साथ ही दोनों ही परीक्षाओं में 6 लाख 8 हजार 440 विद्यार्थी बैठे। जिसमें सामान्य श्रेणी के 5 लाख 5 हजार 642, ओबीसी के 4 लाख 46 हजार 168, एससी के 1 लाख 8 हजार 648, एसटी के 43 हजार 632 एवं ईडब्ल्यूएस कैटेगिरी के 43 हजार 35 विद्यार्थी शामिल है। इन शामिल विद्यार्थियों में 8 लाख 16 हजार 420 छात्र एवं 3 लाख 30 हजार 702 छात्राएं तथा तीन ट्रांसजेंडर शामिल थे।

ये रही जेईई-एडवांस्ड के लिए कटऑफ
जनवरी व अप्रेल में हुई जेईई-मेन परीक्षाओं के कुल एनटीए स्कोर में से उच्चतम एनटीए स्कोर के आधार पर एडवांस्ड परीक्षा देने की कटऑफ जारी कर दी गई है, जिसके अनुसार सामान्य श्रेणी की कटआॅफ 89.7548849, ईडब्ल्यूएस कैटेगिरी की 78.2174869, ओबीसी कैटेगिरी की 74.3166557, एससी की 54.0128155, एससी की 44.3345172 एवं विकलांग श्रेणी की 0.1137173 रही।

टीचर्स का पूरा सपोर्ट मिला: केविन मार्टिन
एआईआर-2
बैंगलुरु के केविन मार्टिन ने बताया कि मेरा शुरु से आईआईटी में जाने का सपना था। वो अब सच होता दिखाई दे रहा है।। जेईई मेन की सफलता के बाद अब मैं एडवांस्ड की तैयारी में जुट चुका हूं। क्लासरूम कोचिंग के अलावा मैंने रोजाना 6 से 7 घंटे सेल्फ स्टडी की। मेरा बड़ा भाई आईआईटी मद्रास से इंजीनियरिंग करने के बाद स्विटजरलैण्ड से मास्टर्स कर रहा है। वह हमेशा मुझे इंस्पायर करता है। हां, मैं पढ़ाई के दौरान मोबाइल से दूरी बनाकर रखता हूं। मुझे एलन के टीचर्स का पूरी तरह सपोर्ट मिला।

कैमेस्ट्री फेवरेट सब्जेक्ट: जयेश सिंगला
एआईआर-4
पंजाब के पटियाला निवासी जयेश सिंगला ने बताया कि कैमेस्ट्री फेवरेट सब्जेक्ट है। जेईई मेन की तैयारी के दौरान मैंने सबसे ज्यादा फोकस भी कैमेस्ट्री पर ही किया। एलन की रेगुलर क्लास के अलावा 5 से 6 घंटे सेल्फ स्टडी को दिए। मैं रेगुलर स्टडी को ही ‘की आॅफ सक्सेस’ मानता हूं। रोजाना की पढ़ाई का शेड्यूल कुछ इस तरह से था कि तीनों विषयों को कवर कर सकूं। रोज हर सब्जेक्ट के कुछ टारगेट रखता था जिन्हें पूरा करना होता था।

रेगुलर स्टडी से मिली मदद: निशांत अभांगी
एआईआर-6

गुजरात के निशांत अभांगी ने बताया कि यह सफलता नियमित पढ़ाई से मिली है। एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट में पढ़ाई का बहुत अच्छा माहौल है, यहां नियमित क्लासरुम कोचिंग में जो पढ़ाया गया उस पर फोकस रखते हुए जेईई मेन की तैयारी की। इससे पूर्व राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त कर चुका हूं। आईजेएसओ में गोल्ड मेडल और केवीपीवाय (एसए स्ट्रीम) में भी अखिल भारतीय स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त किया था। एस्ट्रो फिजिक्स ओलम्पियाड में बेहतरीन प्रदर्शन के लिए निशांत को कैम्ब्रिज व स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी की ओर से समर वर्कशाॅप के लिए स्काॅलरशिप मिल चुकी है। निशांत के पिता विनोद अभांगी व्यवसायी तथा मां भावना गृहणी है।

स्टडी प्लान तैयार करके पढ़ाई की: सम्बित बेहेरा
एआईआर-11

ओडिशा के भुवनेश्वर निवासी सम्बित बेहेरा ने अखिल भारतीय स्तर पर 11वीं रैंक प्राप्त की। सम्बित पिछले करीब तीन साल से कोटा में रहकर एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट में पढ़ाई कर रहा है और अभी 12वीं कक्षा में अध्ययनरत है। सम्बित ने बताया कि उसने जेईई मेन एग्जाम की तैयारी योजनाबद्ध तरीके से की थी। रेंडमली कुछ भी उठाकर पढने की जगह मैंने स्टडी प्लान तैयार किया। इसके अलावा क्लास में पढ़ाई के दौरान जो भी डाउट्स आए, उन्हें उसी वक्त क्लीयर किया। डाउट्स में उलझना मुझे अजीब लगता है।

सकारात्मक माहौल देता है शक्ति: अंकित मिश्रा
एआईआर-13

मुम्बई निवासी अंकित कुमार मिश्रा ने बताया कि यहां आईआईटी एंट्रेन्स की स्टडी पर गंभीरता से फोकस होता है। मुझे पढ़ाई के दौरान जो भी डाउट्स आए, उनको सब्जेक्ट टीचर्स की मदद से समय-समय पर दूर करता रहा। रोजाना क्लास में जो पढ़ाया जाता था, उसे रिवाइज जरूर करता था। यदि टेस्ट में नंबर कम आते थे तो ज्यादा टेंशन नहीं लेता था। बल्कि अगले टेस्ट के लिए दुगुने उत्साह के साथ जुट जाता था। लगातार टेस्ट देने से मेरी परफाॅर्मेन्स में काफी सुधार आया है। क्योंकि मेरा लक्ष्य है कि जेईई एडवांस्ड में टाॅप 20 में स्थान प्राप्त करूं। आईआईटी मुम्बई से सीएस ब्रांच में इंजीनियरिंग करना चाहता हूं।

टीचर्स लगन से पढाते हैं: कार्तिकेय गुप्ता
एआईआर-18

महाराष्ट्र के छोटे से कस्बे चंद्रपुर के कार्तिकेय गुप्ता ने बताया कि मेरी सफलता के पीछे एलन के टीचर्स का सपोर्ट रहा है। नियमित रूप से रेगुलर क्लास के अलावा 3 से 4 घंटे का शेड्यूल बनाकर पढ़ाई करता हूं। रीक्रिएशन के लिए बैडमिंटन खेलता हूं। आईआईटी मुम्बई की सीएस ब्रांच से इंजीनियरिंग करने का लक्ष्य है। कार्तिकेय वर्ष 2017 व 2018 में केवीपीवाय क्वालिफाई कर चुका है।

टीचर्स की गाइडलाइंस फाॅलो करती हूं: समीक्षा दास
एआईआर-20

जेईई मेन जनवरी 2019 में एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट की छात्रा आॅल इंडिया 20वीं रैंक प्राप्त करने वाली एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट कोटा की छात्रा मुम्बई निवासी समीक्षा दास ने बताया कि इस सक्सेस के लिए मैंने रेगुलर स्टडी की और एलन के टीचर्स की गाइडलाइंस को फाॅलो किया। क्लासरूम स्टडी के अलावा मैंने 7 से 8 घंटे सेल्फ स्टडी की। अब एडवांस्ड की तैयारी है। साइंटिफिक फेक्ट्स के बारे में जानना और पढना पसंद है। आईआईटी मुम्बई से सीएस में बीटेक करने के बाद रिसर्च में जाने की इच्छा रखती हूं।