कोटा। भामाशाहमंडी में अब कोटा तथा बूंदी जिले के सभी किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं बेच सकेंगे। भारतीय खाद्य निगम व जिला प्रशासन की संयुक्त वार्ता के बाद यह निर्णय हुआ है। इससे दोनों जिलों के किसानों को बड़ी राहत मिलेगी।अभी तक सरकारी खरीद के लिए पंचायत समिति वार ही खरीद केन्द्र तय किए गए थे।
भामाशाहमंडी में केवल लाडपुरा पंचायत समिति क्षेत्र के किसान ही सरकारी कांटे पर गेहूं बेच सकते थे। इसका किसान संगठनों ने विरोध किया था। भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश मंत्री मुकुट नागर के नेतृत्व में किसानों ने गुरुवार को एफसीआई के अधिकारियों से भेंटकर खरीद व्यवस्था में बदलाव नहीं करने पर मंडी बंद करने का ऐलान कर दिया था। एफसीआई अधिकारियों ने इसके बाद जिला प्रशासन से बात की। इसके बाद यह निर्णय हुआ है। दोपहर बाद एफसीआई की ओर से टोकन देने क काम शुरू कर दिया है।
रामनवमी पर मंडी में अवकाश रहेगा
कोटा ग्रेन एण्ड सीड्स मर्चेन्ट्स एसोसिएशन ने रामनवमी के उपलक्ष पर 13 अप्रेल को भामाशाहमंडी में अवकाश की घोषणा की है। उधर मंडी सचिव एमएल जाटव ने कहा कि मंडी के नीलामी यार्ड में पर्याप्त जगह नहीं होने के कारण शनिवार और रविवार रात 11 बजे तक मंडी गेट बंद रखा जाएगा। मंडी सोमवार को ही खुलेगी। किसान रविवार रात 11 बजे बाद ही जिंस लेकर आएं।