नई दिल्ली। GDPR यानी जनरल डाटा प्रोटेक्शन रेग्यूलेशन को वर्ष 2018 में लागू किया गया था जिसके तहत सभी कंपनियों को अपने यूजर्स के मांगे जाने पर उनके डाटा की कॉपी उन्हें सेंड करनी होगी। Facebook में GDPR रेग्यूलेशन लागू करने की व्यवस्था है। इसमें WhatsApp भी सम्मिलित है जो Facebook का एक लोकप्रिय प्रोडक्ट है। इसे लाखों भारतीय यूजर्स द्वारा इस्तेमाल किया जा सकता है।
आपको बता दें कि WhatsApp ने एक ऐसा ऑप्शन एड किया है जिससे यूजर को पता लग पाएगा कि कंपनी ने उसके डाटा में से क्या-क्या जानकारी ली है। हालांकि, यूजर्स इस डाटा को तुरंत नहीं देख पाएंगे। कंपनी यह डाटा यूजर्स को तीन दिन के अंदर ही सेंड करेंगे। इस तरह लगाएं पता–
- सबसे पहले WhatsApp ओपन कर सेटिंग्स पर जाएं।
- इसके बाद Account पर क्लिक करें।
- अब जो पेज ओपन होगा उसमें Request account info पर क्लिक करें।
- यहां आपको Request info का विकल्प मिलेगा इस पर क्लिक करें।
- इसके बाद रिपोर्ट को बनाकर कंपनी द्वारा तीन दिन में भेज दिया जाएगा।
- तीन दिन बाद इसी पेज से आप रिपोर्ट डाउनलोड कर सकते हैं।
- यह रिपोर्ट WhatsApp अकाउंट की जानकारी और सेटिंग्स पर आधारित होगी। इसमें मैसेजेज सम्मिलित नहीं होंगे।
- रिपोर्ट डाउनलोड होने के बाद यूजर इसे अन्य ऐप्स से एक्सपोर्ट कर पढ़ सकता है।
इसके अलावा WhatsApp ने अपने iOS प्लेटफॉर्म पर कई नए फीचर्स पेश किए हैं। इसमें बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन समेत WhatsApp Business ऐप मौजूद हैं। ये फीचर्स बीटा और स्टेबल वर्जन में उपलब्ध कराए गए हैं। iPhone यूजर्स के लिए जो भी फीचर्स बीटा वर्जन पर टेस्ट किए जाते हैं उन्हें TestFlight ऐप पर देखा जा सकता है। यहां हम आपको iOS प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध नए फीचर्स की जानकारी दे रहे हैं। इससे आप यह जान पाएंगे कि WhatsApp की तरफ से आपको कौन-सा नया अपडेट मिलने वाला है।