नयी दिल्ली । निवेशकों को जब यह लाइन सुनाई देती है कि यह निवेश बाजार जोखिमांे से जुड़ा है, तो उनके लिए इसका मतलब खतरे या नुकसान से होता है। हालांकि, कुछ निवेशक मानते हैं कि जोखिम का मतलब उनके लिए रोमांच और अवसरों से है।
भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड :सेबी: द्वारा कराए गए ताजा सर्वेक्षण में यह निष्कर्ष निकाला गया है। इसमें यह भी कहा गया है कि निवेशक बाजार जोखिमों मसलन उतार चढ़ाव और वित्तीय नुकसान को लेकर अधिक चिंतित रहते हैं। वे परिचालन जोखिमों मसलन कामकाज के संचालन के मुद्दों और भेदिया कारोबार आदि को अधिक महत्व नहीं देते।
जोखिम, रिटर्न और तरलता को लेकर अवधारणा से यह पता चलता है कि व्यक्तिगत खुदरा निवेशक वित्तीय निर्णय प्रक्रिया को लेकर आश्चर्यजनक रूप से अधिक तार्किक होते हैं, हालांकि बाजार से जुड़े अन्य पहलुओं को लेकर वह पूरी तरह से तर्कहीन होते हैं।
जोखिम शब्द का मतलब ही विभिन्न निवेशकों के लिए भिन्न होता है।
सर्वे में कहा गया है कि जब जोखिम शब्द का उल्लेख है तो 33 प्रतिशत निवेशकों के जहन में खतरा शब्द सबसे पहले आता है। 23 प्रतिशत इसे नुकसान से जोड़ते हैं। वहीं 20 प्रतिशत अन्य इसे अनिश्चितता मानते है। वहीं 16 प्रतिशत निवेशक इस शब्द को रोमांच से जोड़ते हैं। आठ प्रतिशत निवेशक मानते हैं कि जोखिम से आशय अवसरो से है।