सांगोद (कोटा)। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे मंगलवार को शहीद हेमराज मीणा के विनोदकलां स्थित घर पहुंचीं एवं परिजनों को ढांढस बंधाया। शहीद की पत्नी मधुबाला का हाल देखकर पूर्व सीएम राजे की आंखें नम हो गईं। उन्होंने वीरांगना को गले लगाकर धैर्य बंधाया। उन्होंने विनोदकलां गांव के बीच बने शहीद के स्मारक का जायजा लेकर भूमि आवंटन व चारदीवारी के लिए सांगोद एसडीएम से चर्चा की।
वे हेलिकॉप्टर से जयपुर से सीधी सांगोद पहुंची थी। जोलपा मार्ग सांगोद खैराई बीड़ में बने हेलिपैड पर उनका सवा दस बजे पूर्व विधायक हीरालाल नागर, पालिकाध्यक्ष देवकीनंदन राठौर, वाइस चेयरमैन जगदीश प्रसाद शर्मा, कोटा भूमि विकास वाइस चेयरमैन दिलीप गर्ग ने उनका स्वागत किया। विनोदकलां स्थित आवास पर शहीद के वृद्ध पिता हरदयाल मीणा से भेंट की। इसके बाद वह घर के आंगन में बैठी महिलाओं के बीच में जाकर बैठ गई।
शहीदों की कुर्बानी बेकार नहीं जाएगी
पूर्व सीएम वसुंधरा राजे सिंधिया ने पत्रकारों से कहा कि पुलवामा में हुई घटना कायराना हरकत है। केंद्र सरकार ने इस घटना का बदला लेने की रणनीति बनाना शुरू कर दिया है। प्रधानमंत्री कह चुके हैं कि बहुत हो चुका। शहीदों की कुर्बानी बेकार नहीं जाएगी। पूर्व सीएम ने पुलवामा घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि इस घटना की जितनी निंदा की जाए, कम है।
सेना में छोटे भाई को भेजने की जताई इच्छा : शहीद हेमराज मीणा के परिजनों का जोश राष्ट्र सेवा के प्रति कम नहीं हुआ है। शहीद के बड़े भाई रामबिलास ने कहा मेरा छोटे भाई हेमराज का देश के लिए बलिदान हुआ है। उसके इस बलिदान को भुलाया नहीं जा सकता। हमारे परिवार में से कोई भी सदस्य फिर सेना में जाने के लिए तैयार है।
उन्होंने पूर्व सीएम से उनके आवास तक सड़क बनाने, शहीद के नाम से कॉलेज का नामकरण करने व सांगोद एसडीएम कार्यालय के पास कुंदनपुर मार्ग पर शहीद की प्रतिमा लगाने व विनोदकलां में शहीद स्मारक के लिए भूमि आवंटन करवाने की मांग की।