नई दिल्ली। ट्रेन 18 के कमर्शल ऑपरेशन का रास्ता साफ करते हुए रेलवे सेफ्टी के चीफ कमिश्नर (CCRS) ने शुक्रवार को इसे गैर-राजधानी ट्रैकों पर 105 किलोमीटर प्रति घंटे और राजधानी ट्रैकों पर 160 किमी/घंटे की रफ्तार से दौड़ने की इजाजत दे दी है। सरकार के विद्युत निरीक्षक (EIG) से ट्रेन 18 के ‘नियमित’ संचालन को मंजूरी मिलने के कुछ ही घंटों बाद CCRS से भी इसे हरी झंडी मिल गई।
दो दिन पहले ही EIG ने कुछ विशेष सुरक्षा स्थितियों की सूरत में ट्रेन 18 को चलाने की ‘अस्थायी’ मंजूरी दी थी। इन सेफ्टी कंडिशंस को 3 महीने के भीतर पूरा करना था, नहीं तो मंजूरी को वापस ले लिया जाता।
शुक्रवार को प्रिंसिपल चीफ इलेक्ट्रिकल इंजिनियर, जो EIG भी हैं और प्रिंसिपल चीफ मकैनिकल इंजिनियर के संयुक्त हस्ताक्षर वाले जारी पत्र में कहा गया, ‘यह प्रमाणित किया जाता है कि ट्रेन 18 कमर्शल ऑपरेशन के लिए सुरक्षित और फिट है।’
सूत्रों ने बताया कि अब ट्रेन 18 के ऑपरेशन के लिए सभी तरह की मंजूरियां मिल चुकी हैं। अब बस कुछ ही दिनों की बात है जब दिल्ली से वाराणसी के बीच यह दौड़ना शुरू कर देगी। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने पत्रकारों को बताया कि मंजूरियों के बाद वह ट्रेन को हरी झंडी दिखाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से समय मांगेंगे।
ज्ञातव्य है कि ट्रैन-18 का दिल्ली-मुंबई लाइन पर 180 किमी प्रति घंटे की रफ्तार का सफलतापूर्वक ट्रायल हो चुका है। जो ट्रैन की गति की भारतीय रेल के इतिहास में अभूतपूर्व उपलब्धि है। यह ट्रायल कोटा डिवीजन में कोटा से सवाईमाधोपुर और आमली के बीच हुआ था। इस पर रेलमंत्री ने भी ट्वीट किया था। इसका वीडियो हमारे चैनल LEN DEN NEWS ने रिकॉर्ड किया था। देखिए वीडियो –