नई दिल्ली। गुरुवार के कारोबार में रुपया डॉलर के मुकाबले 71 के स्तर के नीचे आ गया। यह रुपये का 12 हफ्तों का उच्चतम स्तर है। आज दिन के कारोबार में रुपये ने दो बार 70 के नीचे का स्तर छुआ। दिन के 10 बजकर 33 मिनट पर और शाम के 4 बजकर 3 मिनट पर रुपया डॉलर के मुकाबले 70.93 के स्तर पर कारोबार करता देखा गया।
शाम के 5 बजकर 35 मिनट पर रुपया डॉलर के मुकाबले 70.67 पर कारोबार कर रहा था। जानकारी के लिए आपको बता दें कि डॉलर के मुकाबले रुपये का मजबूत होना सीधे तौर पर आम आदमी के लिए फायदेमंद होता है।
दिसंबर तक किस स्तर तक जा सकता है रुपया?
केडिया कमोडिटी के प्रमुख अजय केडिया के मुताबिक दिसंबर 2018 तक की बात करें तो अगर रुपये में ऐसा ही समर्थन जारी रहा तो वो डॉलर के मुकाबले 70.40 का निम्नतम और अगर विधानसभा चुनाव के नतीजों की बात करें तो यह 74 का उच्चतम स्तर छू सकता है।
रुपये में इस मजबूती का बड़ा कारण?
रुपये की हालिया मजबूती का एकमात्र और बड़ा कारण क्रूड की कीमतों में आ रही लगातार गिरावट है। सितंबर 2018 से अब तक क्रूड की कीमतों में 30 फीसद तक की गिरावट देखने को मिल चुकी है।
भारत के आयात बिल में क्रूड की बड़ी हिस्सेदारी होती है, क्योंकि हम अपनी जरूरत का 80 फीसद तेल आयात करते हैं। लिहाजा क्रूज के सस्ता होने से हमारा आयात भी सस्ता हुआ है जिस वजह से रुपये में मजबूती दिख रही है।
सस्ता होगा विदेश घूमना: रुपए के मजबूत होने से वो लोग खुश हो सकते हैं जिन्हें विदेश की सैर करना काफी भाता है। क्योंकि अब रुपए के मजबूत होने से आपको हवाई किराए के लिए पहले के मुकाबले थोड़े कम पैसे खर्च करने होंगे। फर्ज कीजिए अगर आप न्यूयॉर्क की हवाई सैर के लिए 3000 डॉलर की टिकट भारत में खरीद रहे हैं तो अब आपको कम भारतीय रुपए खर्च करने होंगे।